जय जय गणपति गौरी नंदन,
हम आए शरण तिहारी प्रभु,
तुम रिद्धि सिद्धि के हो दाता,
हम भक्तन पर बलिहारी प्रभु,
जय जय गणपति गौंरी नंदन,
हम आए शरण तिहारी प्रभु ॥
ब्रम्हा विष्णु शिव ध्यान धरे,
मिल देवता सब सम्मान करे,
हम करते है वंदन तेरा,
और आए शरण तिहारी प्रभु,
जय जय गणपति गौंरी नंदन,
हम आए शरण तिहारी प्रभु ॥
हम आस लगाए बैठे है,
तेरा ध्यान लगाए बैठे है,
भक्तन को सच की राह दिखा,
और सबको पार लगाना प्रभु,
जय जय गणपति गौंरी नंदन,
हम आए शरण तिहारी प्रभु ॥
शिव शंकर ने वरदान दिया,
तुम प्रथम ही पूजे जाओगे,
मैंने भी प्रथम तुम्हे पूजा है,
मुझे भव से पार लगाना प्रभु,
जय जय गणपति गौंरी नंदन,
हम आए शरण तिहारी प्रभु ॥
तीनों लोको में तुम जैसा,
दूजा कोई देव ना दानी है,
जो कोई लाये मुरादें प्रभु,
पूरी सब तुम कर देना प्रभु,
जय जय गणपति गौंरी नंदन,
हम आए शरण तिहारी प्रभु ॥
जय जय गणपति गौरी नंदन,
हम आए शरण तिहारी प्रभु,
तुम रिद्धि सिद्धि के हो दाता,
हम भक्तन पर बलिहारी प्रभु,
जय जय गणपति गौंरी नंदन,
हम आए शरण तिहारी प्रभु ॥
विधाता तू हमारा है,
तू ही विज्ञान दाता है ।
विंध्याचल की विंध्यवासिनी,
नमन करो स्वीकार माँ,
विनती सुनलो मेरे गणराज आज भक्ति क़ा फल दीजिये,
पहले तुमको मनाता हूँ मै देवा कीर्तन सफल कीजिए ॥
विरात्रा री पहाड़ियों में,
धाम थारो म्हाने लागे न्यारो,