जय जय गणपति गौरी नंदन (Jai Jai Ganpati Gauri Nandan)

जय जय गणपति गौरी नंदन,

हम आए शरण तिहारी प्रभु,

तुम रिद्धि सिद्धि के हो दाता,

हम भक्तन पर बलिहारी प्रभु,

जय जय गणपति गौंरी नंदन,

हम आए शरण तिहारी प्रभु ॥


ब्रम्हा विष्णु शिव ध्यान धरे,

मिल देवता सब सम्मान करे,

हम करते है वंदन तेरा,

और आए शरण तिहारी प्रभु,

जय जय गणपति गौंरी नंदन,

हम आए शरण तिहारी प्रभु ॥


हम आस लगाए बैठे है,

तेरा ध्यान लगाए बैठे है,

भक्तन को सच की राह दिखा,

और सबको पार लगाना प्रभु,

जय जय गणपति गौंरी नंदन,

हम आए शरण तिहारी प्रभु ॥


शिव शंकर ने वरदान दिया,

तुम प्रथम ही पूजे जाओगे,

मैंने भी प्रथम तुम्हे पूजा है,

मुझे भव से पार लगाना प्रभु,

जय जय गणपति गौंरी नंदन,

हम आए शरण तिहारी प्रभु ॥


तीनों लोको में तुम जैसा,

दूजा कोई देव ना दानी है,

जो कोई लाये मुरादें प्रभु,

पूरी सब तुम कर देना प्रभु,

जय जय गणपति गौंरी नंदन,

हम आए शरण तिहारी प्रभु ॥


जय जय गणपति गौरी नंदन,

हम आए शरण तिहारी प्रभु,

तुम रिद्धि सिद्धि के हो दाता,

हम भक्तन पर बलिहारी प्रभु,

जय जय गणपति गौंरी नंदन,

हम आए शरण तिहारी प्रभु ॥

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नवंबर के शुभ मुहूर्त

देवशयनी एकादशी से लेकर देव उठनी एकादशी तक हिंदू धर्म में शुभ कार्य बंद रहते हैं। देव उठते ही सभी तरह के मंगल कार्य आरंभ हो जातें हैं।

घर में पधारो गजानन जी(Ghar Me Padharo Gajanan Ji)

घर में पधारो गजाननजी,
मेरे घर में पधारो

छठी मईया प्रसिद्ध गीत

ऊ जे केरवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए। मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए॥

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