जय महाकाल जय महाकाल,
जय महांकाल जय महांकाल,
जो पाप ताप का हरता है,
जो युग परिवर्तन करता है,
माँ आदिशक्ति को साथ लिए,
जो बदल रहा है सृष्टि चाल,
जय महांकाल जय महांकाल,
जय महांकाल जय महांकाल ॥
जिसने सोतो को जगा दिया,
जागों को जिसने चला दिया,
चलतो को जिसने दौड़ाया,
निष्ठा को दी प्रेरक उछाल,
जय महांकाल जय महांकाल,
जय महांकाल जय महांकाल ॥
छल द्वेष दंभ को दूर करो,
सद्कर्मों का उत्थान करो,
सब भेद विषमता नष्ट करो,
है दुष्ट विनाशक महाज्वाल,
जय महांकाल जय महांकाल,
जय महांकाल जय महांकाल ॥
आओ देवत्व जगाने को,
धरती को स्वर्ग बनाने को,
अपनत्व सभी में विकसा दो,
है सज्जन के मानस मराल,
जय महांकाल जय महांकाल,
जय महांकाल जय महांकाल ॥
सद्भाव और सद्ज्ञान भरो,
सत्कर्मों का उत्थान करो,
प्रज्ञा प्रकाश जग में भरदो,
उज्जवल भविष्य की के मशाल,
जय महांकाल जय महांकाल,
जय महांकाल जय महांकाल ॥
तुम हो अनादि तुम ही अन्नत,
तुमसे प्रेरित यह दीगंदिगंत,
परिवर्तन के आधार तुम्ही,
तुमसे प्रेरित यह जग विशाल,
जय महांकाल जय महांकाल,
जय महांकाल जय महांकाल ॥
जय महाकाल जय महांकाल,
जय महांकाल जय महांकाल,
जो पाप ताप का हरता है,
जो युग परिवर्तन करता है,
माँ आदिशक्ति को साथ लिए,
जो बदल रहा है सृष्टि चाल,
जय महांकाल जय महांकाल,
जय महांकाल जय महांकाल ॥
महाकुंभ भारत का एक विशाल धार्मिक समागम है जो हर 12 साल में आयोजित किया जाता है। यह हिंदू धर्म का सबसे बड़ा मेला है और दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक समागमों में से एक है। वहीं 12 साल के बाद प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से शुरू हुआ महाकुंभ मेला 26 फरवरी तक चलने वाला है। इस पवित्र पर्व पर देश भर से साधु-संतों का जमावड़ा लगा हुआ है। खासतौर पर नागा साधुओं की मौजूदगी इस मेले की शोभा बढ़ा रही है।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित विश्व के सबसे बड़े धार्मिक मेले, महाकुंभ ने एक बार फिर से लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। इस मेले में देश-विदेश से आए साधु-संतों की भारी भीड़ ने इस पवित्र नगरी को और भी पवित्र बना दिया है।
कुंभ भारतीय वैदिक-पौराणिक मान्यता का महापर्व है। महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी 2025 को प्रयागराज में पौष पूर्णिमा स्नान से होने वाली है और यह 26 फरवरी तक चलेगा। महाकुंभ मेला हर 12 साल में एक बार आयोजित किया जाता है।