जय रघुनन्दन, जय सिया राम ।
भजमन प्यारे, जय सिया राम ।
जय रघुनन्दन, जय सिया राम ।
भजमन प्यारे, जय सिया राम ।
आदि राम, अनंत है राम ।
सत चित और, अनंत है राम ।
जय रघुनन्दन, जय सिया राम ॥
हनुमान के स्वामी राम ।
दीनन के दुःख हारी राम ।
जय रघुनन्दन, जय सिया राम ॥
मर्यादा पुर्शोतम राम ।
पूरण ब्रम्ह सनातन राम ।
जय रघुनन्दन, जय सिया राम ॥
तुलसी सुत तुलसी के राम ।
करुना कर भक्तों के राम ।
जय रघुनन्दन, जय सिया राम ॥
जय सिया राम जय जय सिया राम
मेरे राम मेरे घर आएंगे,
आएंगे प्रभु आएंगे
मेरे राम राइ, तूं संता का संत तेरे ॥
तेरे सेवक कउ भउ किछु नाही, जमु नही आवै नेरे ॥
संकट में झुँझन वाली की,
सकलाई देखि है,
मेरे सिर पर रख दो भोले,
अपने ये दोनों हाथ,