जैसे होली में रंग, रंगो में होली (Jaise Holi Mein Rang Rango Mein Holi)

जैसे होली में रंग,

रंगो में होली

वैसे कान्हा मेरा,

मैं कान्हा की हो ली

रोम रोम मेरा,

कान्हा से भरा

अब कैसे में खेलूँ री,

आँखमिचोली ॥


मैं तो कान्हा से मिलने अकेली चली,

संग संग मेरे,

सारे रंग चले,

ज़रा बचके रहो,

ज़रा हटके चलो,

बड़ी नटखट है,

नव रंगों की टोली ॥


अब तो तन मन पे श्याम रंग चढा,

कंचन के तन रतन जडा,

बनठन के मैं बैठी,

दुल्हन की तरहा,

कान्हा लेके चला,

मेरे प्रेम की डोली ॥


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कथा राम जी की है कल्याणकारी (Katha Ram Ji Ki Hai Kalyankari)

कथा राम जी की है कल्याणकारी,
मगर ये करेगी असर धीरे धीरे,

शेर पे सवार होके आजा शेरावालिए (Sher Pe Sawar Hoke Aaja Sherawaliye)

शेर पे सवार होके आजा शेरा वालिये। (शेर पे सवार होके आजा शेरा वालिये।)

हर जनम में बाबा तेरा साथ चाहिए (Har Janam Mein Baba Tera Sath Chahiye)

हर जनम में बाबा तेरा साथ चाहिए,
सिर पे मेरे बाबा तेरा हाथ चाहिए,

गोपाल गोकुल वल्लभे, प्रिय गोप गोसुत वल्लभं(Gopal Gokul Valbhe Priya Gop Gosut Valbham)

गोपाल गोकुल वल्लभे,
प्रिय गोप गोसुत वल्लभं ।

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