जपूँ नारायणी तेरो नाम,
राणीसती माँ झुँझनवाली,
राणीसती माँ झुँझनवाली,
सांचो तेरो धाम,
जपूं नारायणी तेरो नाम,
जपूं नारायणी तेरो नाम ॥
श्रद्धा के भाव से माँ,
करे जो तेरा पूजन,
वहां तू प्यार बहा दे,
जहाँ हो तेरा वंदन,
कितने तीरथ का फल देता,
कितने तीरथ का फल देता,
तेरा माँ एक नाम,
जपूं नारायणी तेरो नाम,
जपूं नारायणी तेरो नाम ॥
कभी भी इस जीवन में,
मुसीबत कैसी आए,
तेरे इस नाम से माँ,
करिश्मे हमने पाए,
इसीलिए तो नाम तुम्हारा,
इसीलिए तो नाम तुम्हारा,
जपते सुबहो शाम,
जपूं नारायणी तेरो नाम,
जपूं नारायणी तेरो नाम ॥
देखि सारे जग माहि,
तेरा मंदिर है निराला,
वो ही आवे यहाँ पे,
होवे जो किस्मत वाला,
‘अंकुश’ जो तेरे दर आए,
‘अंकुश’ जो तेरे दर आए,
जपूं नारायणी तेरो नाम,
जपूं नारायणी तेरो नाम ॥
जपूँ नारायणी तेरो नाम,
राणीसती माँ झुँझनवाली,
राणीसती माँ झुँझनवाली,
सांचो तेरो धाम,
जपूं नारायणी तेरो नाम,
जपूं नारायणी तेरो नाम ॥
आन पधारो गणपत जी पूरण करदो सब काज,
विच सभा के बैठया मोरी पत रखदो महाराज,
तेरी जय हो जय हो,
जय गोरी लाल ॥
तेरी करती रहूं मैं चाकरी,
वरदान यही मैं चाहूँ,
तेरी महिमा सभी ने बखानी,
दया हमपे करो अम्बे रानी ॥