जय हो बाबा विश्वनाथ,
जय हो भोले शंकर,
सदाशिव आशुतोष,
सदाशिव आशुतोष,
दानी तू दिगम्बर,
जय हों बाबा विश्वनाथ,
जय हो भोले शंकर ॥
जिसने भी तुझको,
तन मन से पूजा,
सारे जगत में,
नाम उसका गूंजा,
बनके राजा राज करे,
बनके राजा राज करे,
भटके का दर दर,
जय हों बाबा विश्वनाथ,
जय हो भोले शंकर ॥
तेरे दर्शन से पाप,
कट जाते सारे,
मिल जाती खुशियां,
हो जाते वारे न्यारे,
अपने भक्तों को देते,
अपने भक्तों तुम,
देते मुंह माँगा वर,
जय हों बाबा विश्वनाथ,
जय हो भोले शंकर ॥
काल का भी भय नहीं,
भोले उसे सताता,
आपकी शरण में,
जो बाबा चला आता,
‘लख्खा’ और ‘रितेश’ भी,
‘लख्खा’ और ‘रितेश’ भी,
जपे बम बम हर हर,
जय हों बाबा विश्वनाथ,
जय हो भोले शंकर ॥
जय हो बाबा विश्वनाथ,
जय हो भोले शंकर,
सदाशिव आशुतोष,
सदाशिव आशुतोष,
दानी तू दिगम्बर,
जय हों बाबा विश्वनाथ,
जय हो भोले शंकर ॥
ॐ जय जय जय गिरिराज,स्वामी जय जय जय गिरिराज।
संकट में तुम राखौ,निज भक्तन की लाज॥
जय वैष्णवी माता,मैया जय वैष्णवी माता।
हाथ जोड़ तेरे आगे,आरती मैं गाता॥
दीन दुखिन के तुम रखवाले, संकट जग के काटन हारे।
बालाजी के सेवक जोधा, मन से नमन इन्हें कर लीजै।
जय पितरजी महाराज, जय जय पितरजी महाराज।
शरण पड़यो हूँ थारी, राखो हमरी लाज॥