जय महेश जय महादेवा (Jay Mahesh Jay Mahadeva)

तेरे दर पे आ तो गया हूँ,

राह दिखा दे मुझको काबिल कर दे,

दुखियन पे किरपा करो करूँ तेरी सेवा,

जय महेश जय महादेवा,

जय महेश जय महादेवा ॥


आँख में आंसू लब पर तू है,

मेरा जो है मेरा सब कुछ तू है,

मेरी भी झोली भरो करूँ तेरी सेवा,

जय महेश जय महादेंवा,

जय महेश जय महादेंवा ॥


दुनिया ताने मार रही है,

दुखिया मुझको पुकार रही है,

दुःख मेरे दूर करो करूँ तेरी सेवा,

जय महेश जय महादेंवा,

जय महेश जय महादेंवा ॥


तेरे दर पे आ तो गया हूँ,

राह दिखा दे मुझको काबिल कर दे,

दुखियन पे किरपा करो करूँ तेरी सेवा,

जय महेश जय महादेवा,

जय महेश जय महादेवा ॥


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उत्पन्ना एकादशी पर एकाक्षी नारियल अर्पण

उत्पन्ना एकादशी हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भगवान विष्णु और एकादशी माता की पूजा के लिए विशेष माना जाता है।

हो होली खेलत आज युगल जोड़ी(Holi Khelat Aaj Jugal Jodi)

हो होली खेलत आज युगल जोड़ी
होली खेलत आज युगल जोड़ी, होली खेलत

उत्पन्ना एकादशी व्रत कथा

उत्पन्ना एकादशी की पौराणिक कथा मां एकादशी के जन्म से संबंधित है। इसमें ये बताया गया है कि उन्होंने भगवान विष्णु को एक राक्षस से कैसे बचाया। दरअसल सतयुग में एक मुरा नाम का एक राक्षस था।

आजा.. नंद के दुलारे हो..हो..: भजन (Ajaa Nand Ke Dulare)

आजाआ... ओओओ...
आजा.. नंद के दुलारे हो..हो..

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