जय माता दी बोल,
चली आएगी भवानी,
आएगी भवानी चली,
आएगी भवानी,
जय माता दी बोंल,
चली आएगी भवानी ॥
बड़ी ही दयालु है ये,
बड़ी ही है दानी,
बड़ी ही दयालु है ये,
बड़ी ही है दानी,
जय माता दी बोंल,
चली आएगी भवानी ॥
लाल लाल चुनरी है,
माँ की निशानी,
लाल लाल चुनरी है,
माँ की निशानी,
जय माता दी बोंल,
चली आएगी भवानी ॥
जय जयकार मैया जी को,
लगती सुहानी,
जय जयकार मैया जी को,
लगती सुहानी,
जय माता दी बोंल,
चली आएगी भवानी ॥
झोली भरे सबकी,
है माँ वरदानी,
झोली भरे सबकी,
है माँ वरदानी,
जय माता दी बोंल,
चली आएगी भवानी ॥
‘सोनू’ अपनी मैया से,
प्रीत है पुरानी,
‘सोनू’ अपनी मैया से,
प्रीत है पुरानी,
जय माता दी बोंल,
चली आएगी भवानी ॥
जय माता दी बोल,
चली आएगी भवानी,
आएगी भवानी चली,
आएगी भवानी,
जय माता दी बोंल,
चली आएगी भवानी ॥
हिंदू धर्म में ब्रह्म मुहूर्त को एक अत्यंत पवित्र और शुभ समय माना जाता है। हमारे ऋषि-मुनियों ने ब्रह्म मुहूर्त में उठने को अत्यंत लाभकारी बताया है। धार्मिक ग्रंथों और वेदों में भी इस समय का विशेष महत्व बताया गया है।
हिंदू धर्म में सूर्य को ग्रहों का राजा माना जाता है। 2025 की शुरुआत में सूर्यदेव मकर राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य के मकर राशि में जाने से कई राशि प्रभावित होंगे। सूर्य का मकर गोचर 14 जनवरी 2025 को सुबह 09 बजकर 03 मिनट पर होगा।
2025 में विभिन्न ग्रह अपनी राशि परिवर्तन करेंगे। इसमें गुरु का भी गोचर होगा। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में देवताओं के गुरु बृहस्पति सभी ग्रहों में सबसे खास और असरकारक ग्रह माने जाते हैं।
2025 में शुक्र ग्रह एक निश्चित अवधि के बाद राशि परिवर्तन करेंगे। इसका प्रभाव 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी प्रकार से अवश्य पड़ेगा। दैत्यों के गुरु शुक्र को प्रेम-आकर्षण, कामना, सुख-समृद्धि, धन-वैभव का कारक ग्रह माना जाता है।