जिसके लिए हर मुश्किल,
काम आसान है,
वो मेरा बजरंग वीर,
बलि हनुमान है,
हनुमान है, हनुमान है,
बलवान है ये बड़ा,
जिसकें लिए हर मुश्किल,
काम आसान है,
वो मेरा बजरंग वीर,
बलि हनुमान है ॥
राम की सेना का नायक,
माँ अंजनी का ये लाला,
राम लखन का रक्षक ये,
रघुकुल का बना रखवाला,
आया जब जब भी संकट,
बोले हमेशा ये रघुवर,
हनुमान है, हनुमान है,
बलवान है ये बड़ा,
जिसकें लिए हर मुश्किल,
काम आसान है,
वो मेरा बजरंग वीर,
बलि हनुमान है ॥
पता लगाया सिता का,
बूटी संजीवन लाए,
देख करिश्मा हनुमत का,
प्रभु राम जी मुस्काए,
तुमने किया अहसान मुझपर,
गर्व मुझे है तुम पर,
हनुमान है, हनुमान है,
बलवान है ये बड़ा,
जिसकें लिए हर मुश्किल,
काम आसान है,
वो मेरा बजरंग वीर,
बलि हनुमान है ॥
दो दिन सप्ताह में मिला,
मंगल और शनिवार है,
दो सच्चे धरती पे ‘कुंदन’,
बजरंगी दरबार है,
मेहंदीपुर चौपाल लगे,
सालासर में भाग्य जगे,
हनुमान है, हनुमान है,
बलवान है ये बड़ा,
जिसकें लिए हर मुश्किल,
काम आसान है,
वो मेरा बजरंग वीर,
बलि हनुमान है ॥
जिसके लिए हर मुश्किल,
काम आसान है,
वो मेरा बजरंग वीर,
बलि हनुमान है,
हनुमान है, हनुमान है,
बलवान है ये बड़ा,
जिसकें लिए हर मुश्किल,
काम आसान है,
वो मेरा बजरंग वीर,
बलि हनुमान है ॥
अक्षय तृतीया वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है, जो इस साल 30 अप्रैल को मनाई जाएगी। यह तिथि अत्यंत शुभ और फलदायी मानी जाती है। इस दिन देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व होता है।
हिंदू संस्कृति में कुछ दिन इतने शुभ माने जाते हैं कि उन दिनों किसी शुभ कार्य के लिए विशेष मुहूर्त की आवश्यकता नहीं होती है, और अक्षय तृतीया भी उन्हीं तिथियों में से एक मानी जाती है। इस साल अक्षय तृतीया 30 अप्रैल को मनाई जाएगी।
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, अक्षय तृतीया वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है और इस साल अक्षय तृतीया का पर्व विशेष रूप से 30 अप्रैल को मनाया जाएगा।
हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाने वाला यह दिन अत्यंत शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि अक्षय तृतीया पर किए गए पुण्य कर्म, दान और पूजा का फल अक्षय (अविनाशी) होता है।