जिसको राम नाम रटना पसन्द है,
उसको हर घड़ी आनंद ही आनंद है ॥
सिर्फ नाम देगा सहारा,
झूठी दुनिया से करले किनारा,
राम जी की रजा में जो रजामंद है,
उसको हर घड़ी आनंद ही आनंद है।
जिसकों राम नाम रटना पसन्द है,
उसको हर घड़ी आनंद ही आनंद है ॥
मन के मंदिर में राम को बसा लो,
अपनी मुक्ति का रास्ता बना लो,
जिसके कट जाते चोरासी फंद है,
उसको हर घड़ी आनंद ही आनंद है।
जिसकों राम नाम रटना पसन्द है,
उसको हर घड़ी आनंद ही आनंद है ॥
स्वर्ग जाने की इच्छा ना होती,
मुक्ति पाने की इच्छा ना होती,
भाव भक्ति से मिलता परमानन्द है,
उसको हर घड़ी आनंद ही आनंद है।
जिसकों राम नाम रटना पसन्द है,
उसको हर घड़ी आनंद ही आनंद है ॥
जिसको राम नाम रटना पसन्द है,
उसको हर घड़ी आनंद ही आनंद है ॥
हिन्दू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी के दिन नरसिंह द्वादशी का पर्व मनाया जाता है जो कि इस साल 10 मार्च 2025, फाल्गुन, शुक्ल द्वादशी को पड़ रहा है।
फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि के दिन नरसिंह द्वादशी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन विष्णु जी के अवतार भगवान नरसिंह भगवान की पूजा करने की परंपरा है।
फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि के दिन नरसिंह द्वादशी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन विष्णु जी के अवतार भगवान नरसिंह की पूजा की परंपरा है।
होलाष्टक फागुन मास के शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि से लेकर पूर्णिमा तक मनाया जाता है। पुराणिक कथाओं के अनुसार ये 8 दिन किसी शुभ कार्य के लिए उचित नहीं माने जाते I