जिसको राम नाम रटना पसन्द है,
उसको हर घड़ी आनंद ही आनंद है ॥
सिर्फ नाम देगा सहारा,
झूठी दुनिया से करले किनारा,
राम जी की रजा में जो रजामंद है,
उसको हर घड़ी आनंद ही आनंद है।
जिसकों राम नाम रटना पसन्द है,
उसको हर घड़ी आनंद ही आनंद है ॥
मन के मंदिर में राम को बसा लो,
अपनी मुक्ति का रास्ता बना लो,
जिसके कट जाते चोरासी फंद है,
उसको हर घड़ी आनंद ही आनंद है।
जिसकों राम नाम रटना पसन्द है,
उसको हर घड़ी आनंद ही आनंद है ॥
स्वर्ग जाने की इच्छा ना होती,
मुक्ति पाने की इच्छा ना होती,
भाव भक्ति से मिलता परमानन्द है,
उसको हर घड़ी आनंद ही आनंद है।
जिसकों राम नाम रटना पसन्द है,
उसको हर घड़ी आनंद ही आनंद है ॥
जिसको राम नाम रटना पसन्द है,
उसको हर घड़ी आनंद ही आनंद है ॥
हिंदू धर्म में जानकी जयंती का बहुत महत्व है। इस पर्व को माता सीता के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। साल 2025 में जानकी जयंती आज यानी 21 फरवरी, शुक्रवार को मनाई जाएगी।
हिंदू धर्म में भगवान राम और माता सीता की पूजा बहुत शुभ और कल्याणकारी मानी गई है। देवी सीता को जानकी के नाम से भी जाना जाता है, वे जगत जननी मां लक्ष्मी का स्वरूप हैं।
जानकी जी के विभिन्न नामों में सीता, मैथिली और सिया प्रमुख हैं। जानकी जयंती के अवसर पर रामचरित मानस की चौपाइयों का पाठ करना बहुत शुभ माना जाता है। यहां कुछ चौपाइयां दी गई हैं जो राम भक्ति से परिपूर्ण हैं।
विजया एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है और फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को विजया एकादशी कहा जाता है। हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का बहुत महत्व है।