जो भी भला बुरा है,
श्री राम जानते है,
बन्दे के दिल में क्या है,
मेरे राम जानते है,
जो भी भला बुरा हैं,
श्री राम जानते है ॥
आता कहाँ से कोई,
जाता कहाँ है कोई,
आता कहाँ से कोई,
जाता कहाँ है कोई,
युग युग से इस गति को,
मेरे राम जानते है,
जो भी भला बुरा हैं,
श्री राम जानते है ॥
नेकी बदी को अपनी,
जितना भी हम छुपा ले,
नेकी बदी को अपनी,
जितना भी हम छुपा ले,
श्री राम को पता है,
मेरे राम जानते है,
जो भी भला बुरा हैं,
श्री राम जानते है ॥
किस्मत के नाम को तो,
सब जानते है लेकिन,
किस्मत के नाम को तो,
सब जानते है लेकिन,
किस्मत में क्या लिखा है,
मेरे राम जानते है,
जो भी भला बुरा हैं,
श्री राम जानते है ॥
जो भी भला बुरा है,
श्री राम जानते है,
बन्दे के दिल में क्या है,
मेरे राम जानते है,
जो भी भला बुरा हैं,
श्री राम जानते है ॥
इस साल चैत्र नवरात्रि के एक दिन पहले, 29 मार्च को सूर्य ग्रहण लग रहा है, जो साल का पहला सूर्य ग्रहण है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सूर्य ग्रहण से कई राशियों में भी बदलाव देखने को मिलता है।
नवरात्रि भारत में बहुत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। यह पर्व मां दुर्गा की आराधना के लिए समर्पित है, और इस दौरान लोग व्रत रखते हैं। व्रत का उद्देश्य केवल भूखा रहना नहीं, बल्कि शरीर और मन की शुद्धि भी होता है।
चैत्र नवरात्रि के समय वातावरण में नई ऊर्जा और भक्ति का संचार होता है। मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा के साथ श्रद्धालु कई पारंपरिक रीति-रिवाज भी करते हैं।
चैत्र नवरात्रि 2025 का शुभारंभ 30 मार्च से होगा और 7 अप्रैल को इसका समापन होगा। यह नौ दिनों का पर्व न केवल भक्ति और साधना के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि धन-लाभ और आर्थिक वृद्धि के लिए भी बेहद प्रभावी माना जाता है।