कभी दुर्गा बनके,
कभी काली बनके,
चली आना,
मैया जी चली आना ॥
ब्रम्हचारिणी रूप में आना,
ब्रम्हचारिणी रूप में आना,
भक्ति हाथ ले के,
शक्ति साथ ले के,
चली आना,
मैया जी चली आना ॥
तुम दुर्गा रूप में आना,
तुम दुर्गा रूप में आना,
सिंह साथ ले के,
चक्र हाथ ले के,
चली आना,
मैया जी चली आना ॥
तुम काली रूप में आना,
तुम काली रूप में आना,
खप्पर हाथ ले के,
योगिनी साथ ले के,
चली आना,
मैया जी चली आना ॥
तुम शीतला रूप में आना,
तुम शीतला रूप में आना,
झाड़ू हाथ ले के,
गधा साथ ले के,
चली आना,
मैया जी चली आना ॥
तुम गौरा के रूप में आना,
तुम गौरा के रूप में आना,
माला हाथ ले के,
गणपति साथ ले के,
चली आना,
मैया जी चली आना ॥
कभी दुर्गा बनके,
कभी काली बनके,
चली आना,
मैया जी चली आना ॥
आज 11 फरवरी 2025 माघ माह का 29वां दिन का है और आज इस पंचांग के अनुसार माघ माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। वहीं आज मंगलवार का दिन है। इस तिथि पर सौभाग्य और आयुष्मान योग का संयोग बन रहा है।
आज 12 फरवरी 2025 माघ माह का 30वां दिन का है और आज इस पंचांग के अनुसार माघ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है। वहीं आज बुधवार का दिन है। इस तिथि पर सौभाग्य योग का संयोग बन रहा है।
मार्च का महीना नई शुरुआत और उत्साह का प्रतीक है, जब लोग अपने जीवन में नए लक्ष्यों को प्राप्त करने की योजना बनाते हैं। चाहे वह अपने करियर में नए अवसरों की तलाश हो, अपने सपनों का घर बनाना हो, या जीवन के नए अध्याय की शुरुआत करना हो I
बसंत के सुहावने मौसम में शादी करना आपके लिए एक सपने जैसा अनुभव हो सकता है। यह महीना सर्दियों के ठंडे दिनों से गर्म दिनों में परिवर्तन का प्रतीक है जो शादी के लिए एक खास और यादगार समय बनाता है।