कहा प्रभु से बिगड़ता क्या (Kaha Prabhu Se Bigadta Kya)

कहा प्रभु से बिगड़ता क्या,

मेरी बिगड़ी बनाने में


मजा क्या आ रहा तुमको,

मुझे दर दर घूमाने में


वे बोले क्यों मेरे पीछे,

पड़ा तू रोज रहता है,


मैं बोला, दूसरा कोई

और बता दो जमाने में


वे बोले कि हजारों हैं,

करूंगा कृपा किस किस पर


मैं बोला साफ ही कह हो,

बचा कुछ नहीं खजाने में


वे बोले होश में बोलो,

नहीं तो रूठ जाऊँगा,


मैं बोला हो बड़े माहिर,

जल्दी रूठ जाने में


कहीं कुछ साधना की है,

वो बोले तो कहा मैंने


सुना है रीझ जाते हो

फकत आंसू बहाने में


वे बोले मेरी मर्जी है

करूंगा जो भी चाहूंगा


मैं बोला कर दो परिवर्तन,

करूणानिधि कहाने में


वे बोले करुणा दया न होती

तो जन राजेश न होते


मैं बोला हर्ज फिर क्या है,

मुझे मुख छवि दिखाने में


कहा प्रभु से बिगड़ता क्या,

मेरी बिगड़ी बनाने में

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गोविंदा आने वाला है (Govinda Aane Wala Hai)

करलो तैयारी स्वागत की,
गोविंदा आने वाला है,

तेरे बिना श्याम, हमारा नहीं कोई रे(Tere Bina Shyam Hamara Nahi Koi Re)

तेरे बिना श्याम,
हमारा नहीं कोई रे,

जन्माष्टमी पूजन विधि (Janmashtami Poojan Vidhi)

भाद्रपद कृष्णपक्ष की अष्टमी का किया जाने वाला व्रत

मोक्षदा एकादशी की व्रत कथा

मोक्षदा एकादशी हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भगवान विष्णु को समर्पित है। यह त्योहार मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है, जो भगवान विष्णु की कृपा से मोक्ष की प्राप्ति का प्रतीक है।

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