रीझा भरी घडी यह आई,
घर घर होई रोशनाई
मात यशोदा लल्ला जाया,
सुनंदा ने थाल वजायी
कान्हा वे असां तेरा जन्मदिन मनावणा
मोहना वे असां तेरा जन्मदिन मानवना
असां नाचना ते तैनू नचावना,
असां नाचना ते तैनू नचावना
॥कान्हा वे असां तेरा जन्मदिन...॥
वांग भोले दे अलख जगाई ए
मात यशोदा तो बक्शीश पायी ए
नाले तेरा है दर्शन पावना,
नाले तेरा है दर्शन पावना
मोहना वे असां तेरा जन्मदिन मानवना
॥कान्हा वे असां तेरा जन्मदिन...॥
विच ख़ुशी दे होए मस्ताने
प्रेम तेरे दे बने परवाने
साडा प्यार कदे ना भुलावना,
साडा प्यार कदे ना भुलावना
मोहना वे असां तेरा जन्मदिन मानवना
॥कान्हा वे असां तेरा जन्मदिन...॥
वजदे ढोल ते वज्जे शहनाई
कमल कपिल पूरी आये दोनों भाई
एहना तेरा ही नाम जपावना,
एहना तेरा ही नाम जपावना
मोहना वे असां तेरा जन्मदिन मानवना
॥कान्हा वे असां तेरा जन्मदिन...॥
कान्हा वे असां तेरा जन्मदिन मनावणा
मोहना वे असां तेरा जन्मदिन मानवना
असां नाचना ते तैनू नचावना,
असां नाचना ते तैनू नचावना
हिंदू धर्म में मंगलवार का दिन भगवान हनुमान जी को समर्पित माना गया है। इस दिन भक्त बड़े ही श्रद्धा और भक्ति भाव से हनुमान जी की पूजा करते हैं। माना जाता है कि हनुमान जी को प्रसन्न करना ज्यादा कठिन नहीं है।
हिंदू धर्म में हर दिन किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित होता है। ठीक ऐसे ही बुधवार का दिन प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश जी का होता है। सनातन धर्म में गणपति बप्पा को विघ्नहर्ता यानी बाधाओं को दूर करने वाला देवता माना गया है।
हमारे हिंदू धर्म में सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित होता है। गुरुवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित माना गया है।
सनातन धर्म में शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी की पूजा-उपासना करने का विधान है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने से व्यक्ति के सभी मनोरथ सिद्ध पूर्ण होते हैं। साथ ही घर में सुख, शांति, समृद्धि और वैभव का आगमन होता है।