कर दो दुखियो का दुःख दूर,
ओ बाघम्बर वाले,
कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,
ओ शिव शंकर भोले ॥
कोई चढ़ावे शिव जी जल की धारा,
कोई चढ़ावे कच्चा दूध,
ओ बाघम्बर वाले,
कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,
ओ शिव शंकर भोले ॥
केसर चंदन बेल की पत्तियां,
चावल चढ़ाऊँ फल फूल,
ओ बाघम्बर वाले,
कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,
ओ शिव शंकर भोले ॥
आक धतूरा शिव जी भोग लगत है,
भांग चढ़ाऊँ भरपूर,
ओ बाघम्बर वाले,
कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,
ओ शिव शंकर भोले ॥
नन्दी रे गण असवार ओ शिव जी,
हाथ लिए है त्रिशूल,
ओ बाघम्बर वाले,
कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,
ओ शिव शंकर भोले ॥
गोरे तन पर भस्मी रमावे,
गल सर्पो का हार,
ओ बाघम्बर वाले,
कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,
ओ शिव शंकर भोले ॥
बाये अंग माता गिरिजा बिराजे,
संग में कार्तिक गणेश,
ओ बाघम्बर वाले,
कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,
ओ शिव शंकर भोले ॥
कंचन थाल कपूर की बाती,
आरती करें नर नार,
ओ बाघम्बर वाले,
कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,
ओ शिव शंकर भोले ॥
सेवा न जानु बाबा पूजा न जानू,
जानू सदाशिव रो नाम,
ओ बाघम्बर वाले,
कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,
ओ शिव शंकर भोले ॥
रामदेव आया शरण तुम्हारी,
भोले शरण पड़े की रखो लाज,
ओ बाघम्बर वाले,
कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,
ओ शिव शंकर भोले ॥
अर्जी हमारी भोले मर्जी तुम्हारी।
अर्जी को कर दो मन्ज़ूर,
ओ बाघम्बर वाले,
कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,
ओ शिव शंकर भोले ॥
कर दो दुखियो का दुःख दूर,
ओ बाघम्बर वाले,
कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,
ओ शिव शंकर भोले ॥
दिवाली का पर्व 31 अक्टूबर को पूरे देशभर में धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाएगा। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को दिवाली का पावन पर्व मनाया जाता है।
दिवाली का त्योहार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। साल 2024 में दिवाली 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी।
कार्तिक कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाने वाला दीपावली का पर्व हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। इस दिन माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने से घर में सौभाग्य, सुख-समृद्धि और संपन्नता बनी रहती है।
साल 2024 में 31 अक्टूबर के दिन दिवाली का पर्व पूरे देशभर में धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाएगा। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि के दिन दिवाली का पावन पर्व मनाया जाता है।