कर दो दुखियो का दुःख दूर,
ओ बाघम्बर वाले,
कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,
ओ शिव शंकर भोले ॥
कोई चढ़ावे शिव जी जल की धारा,
कोई चढ़ावे कच्चा दूध,
ओ बाघम्बर वाले,
कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,
ओ शिव शंकर भोले ॥
केसर चंदन बेल की पत्तियां,
चावल चढ़ाऊँ फल फूल,
ओ बाघम्बर वाले,
कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,
ओ शिव शंकर भोले ॥
आक धतूरा शिव जी भोग लगत है,
भांग चढ़ाऊँ भरपूर,
ओ बाघम्बर वाले,
कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,
ओ शिव शंकर भोले ॥
नन्दी रे गण असवार ओ शिव जी,
हाथ लिए है त्रिशूल,
ओ बाघम्बर वाले,
कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,
ओ शिव शंकर भोले ॥
गोरे तन पर भस्मी रमावे,
गल सर्पो का हार,
ओ बाघम्बर वाले,
कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,
ओ शिव शंकर भोले ॥
बाये अंग माता गिरिजा बिराजे,
संग में कार्तिक गणेश,
ओ बाघम्बर वाले,
कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,
ओ शिव शंकर भोले ॥
कंचन थाल कपूर की बाती,
आरती करें नर नार,
ओ बाघम्बर वाले,
कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,
ओ शिव शंकर भोले ॥
सेवा न जानु बाबा पूजा न जानू,
जानू सदाशिव रो नाम,
ओ बाघम्बर वाले,
कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,
ओ शिव शंकर भोले ॥
रामदेव आया शरण तुम्हारी,
भोले शरण पड़े की रखो लाज,
ओ बाघम्बर वाले,
कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,
ओ शिव शंकर भोले ॥
अर्जी हमारी भोले मर्जी तुम्हारी।
अर्जी को कर दो मन्ज़ूर,
ओ बाघम्बर वाले,
कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,
ओ शिव शंकर भोले ॥
कर दो दुखियो का दुःख दूर,
ओ बाघम्बर वाले,
कर दो प्रभुजी बेड़ा पार,
ओ शिव शंकर भोले ॥
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जारी महाकुंभ में अमृत स्नान के बाद अखाड़े अब वापसी करने की तैयारी कर रहे हैं। सभी महाशिवरात्रि तक गंगा घाट पर डेरा डालेंगे। इसके साथ ही काशी में वह प्रमुख तिथियों पर भगवान विश्वनाथ का दर्शन करेंगे।
माघ पूर्णिमा के बाद फाल्गुन माह की शुरुआत होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार यह हिंदू वर्ष का अंतिम महीना होता है। इसके उपरांत हिंदूनववर्ष आ जाएगा। फाल्गुन के महीने को फागुन का महीना भी कहा जाता है। इस महीने महाशिवरात्रि और होली जैसे बड़े त्योहार मनाए जाते हैं।
महाकुंभ का अगला पवित्र स्नान माघ पूर्णिमा के दिन 12 फरवरी को है। पूर्णिमा के दिन स्नान और दान को हमेशा से हिंदू धर्म में शुभ माना गया है।हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का बहुत ज्यादा महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा का विधान है।
आज 11 फरवरी 2025 माघ माह का 29वां दिन का है और आज इस पंचांग के अनुसार माघ माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। वहीं आज मंगलवार का दिन है। इस तिथि पर सौभाग्य और आयुष्मान योग का संयोग बन रहा है।