थासु विनती कराहाँ बारंबार,
सुनो जी सरकार,
खाटू का राजा मेहर करो ॥
था बिन नाथ अनाथ की जी,
कुण राखेलो टेक,
म्हासा थाके मोकला जी,
म्हासा थाके मोकला जी,
थासा तो म्हारे थे ही एक,
खाटू का राजा मेहर करो ।
थासु विनती कराहाँ बारंबार,
सुनो जी सरकार,
खाटू का राजा मेहर करो ॥
जाणु हूँ दरबार में थारे,
घणी लगी है भीड़,
थारे बिन किस विध मिटेगी,
थारे बिन किस विध मिटेगी,
भोले भगत की या पीर,
खाटू का राजा मेहर करो ।
थासु विनती कराहाँ बारंबार,
सुनो जी सरकार,
खाटू का राजा मेहर करो ॥
ज्यूँ-ज्यूँ बीते टेम हिये को,
छुट्यो जावे धीर,
उझलो आवे कालजो जी,
उझलो आवे कालजो जी,
नैणा सू टप-टप टपके नीर,
खाटू का राजा मेहर करो ।
थासु विनती कराहाँ बारंबार,
सुनो जी सरकार,
खाटू का राजा मेहर करो ॥
साथी म्हारे जिव का थे,
थासे छानी ना,
जान बूझ के मत तरसावो,
जान बूझ के मत तरसावो,
हिवड़े से लेवो लिपटाए,
खाटू का राजा मेहर करो ।
थासु विनती कराहाँ बारंबार,
सुनो जी सरकार,
खाटू का राजा मेहर करो ॥
ध्रुपद सुता की लज्जा राखी,
गज को काट्यो फंद,
सुणकर टेर देर मत किजो,
सुणकर टेर देर मत किजो,
श्याम बिहारी ब्रजचंद,
खाटू का राजा मेहर करो ।
थासु विनती कराहाँ बारंबार,
सुनो जी सरकार,
खाटू का राजा मेहर करो ॥
थासु विनती कराहाँ बारंबार,
सुनो जी सरकार,
खाटू का राजा मेहर करो ॥
हिंदू पंचांग के अनुसार, आज 16 जून को आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि के साथ सोमवार का दिन है।
आज 26 जून 2025 को आषाढ़ माह का 16वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष तिथि प्रतिपदा है। आज गुरूवार का दिन है। सूर्य देव मिथुन राशि में रहेंगे।
हिंदू पंचांग के अनुसार, आज 17 जून को आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि के साथ मंगलवार का दिन है।
हिंदू पंचांग में कालाष्टमी एक विशेष तिथि मानी जाती है, जो प्रत्येक कृष्ण पक्ष की अष्टमी को आती है। यह दिन भगवान शिव के उग्र रूप काल भैरव को समर्पित होता है।