खेले मसाने में होरी,
दिगम्बर,
खेले मसानें में होरी,
भूत पिशाच बटोरी,
दिगम्बर,
खेले मसानें में होरी ॥
गोप ना गोपी श्याम ना राधा,
ना कोई रोक ना कौनो बाधा,
ना साजन ना गोरी,
दिगम्बर,
खेले मसानें में होरी ॥
नाचत गावत डमरू धारी,
छोड़े सर्प गरल पिचकारी,
पीटे प्रेत थपोरी,
दिगम्बर,
खेले मसानें में होरी ॥
भूतनाथ की मंगल होरी,
देख सिहाये बिरज की छोरी,
धन धन नाथ अघोरी,
दिगम्बर,
खेले मसानें में होरी ॥
खेले मसाने में होरी,
दिगम्बर,
खेले मसानें में होरी,
भूत पिशाच बटोरी,
दिगम्बर,
खेले मसानें में होरी ॥
मैं रूप तेरे पर, आशिक हूँ,
यह दिल तो तेरा, हुआ दीवाना
किरपा मिलेगी श्री राम जी की,
भक्ति करो, भक्ति करो,
कीर्तन है वीर बजरंग का,
नच नच कर इनको मना,
कीर्तन रचो है म्हारे आंगने,
आओ-आओ गौरा जी रा लाल,