कुलदेवी की पूजा, जो करता है दिन रात (Kuldevi Ki Puja Jo Karta Hai Din Raat)

कुलदेवी की पूजा,

जो करता है दिन रात,

उसके जीवन में होती है,

खुशियों की बरसात ॥


हर एक भगत की,

कुलदेवी होती है,

जिसके ही नाम से जलती,

घर में ये ज्योति है,

दुनिया पीछे चलती,

जब कुलदेवी हो साथ,

उसके जीवन में होती है,

खुशियों की बरसात ॥


मैया कृपालु है ये,

बड़ी भोली भाली,

यही तो है माँ गौरा,

यही है माँ काली,

रूप अनेको पूजो,

पर कुलदेवी के साथ,

उसके जीवन में होती है,

खुशियों की बरसात ॥


मेरी गढ़ी महासर मैया,

साथ मेरे चलती,

भूल जाए उनको गर हम,

ये हमारी गलती,

‘मित्तल’ हरदम तो,

मैया ही रहती साथ,

उसके जीवन में होती है,

खुशियों की बरसात ॥


कुलदेवी की पूजा,

जो करता है दिन रात,

उसके जीवन में होती है,

खुशियों की बरसात ॥

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म्हारे सर पर है मैया जी रो हाथ(Mhare Sar Pe Hai Maiyaji Ro Hath)

म्हारे सर पर है मैया जी रो हाथ,
कोई तो म्हारो कई करसी ॥

सोना-चांदी की पूजा विधि

हिंदू धर्म में सोने और चांदी की धातुओं का विशेष महत्व है। सदियों से ये भारतीय घरों का अभिन्न हिस्सा रही हैं। भारतीय संस्कृति में सोना-चांदी को समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।

ओम सुंदरम ओमकार सुंदरम (Om Sundaram Omkar Sundaram)

ओम सुंदरम ओमकार सुंदरम,
शिव सुंदरम शिव नाम सुंदरम,

हरि नाम नहीं तो जीना क्या (Hari Nam Nahi Too Jeena Kya)

हरि नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरि नाम जगत में,

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