कुमार मैने देखे,
सुंदर सखी दो कुमार ।
कुमार मैने देखे,
सुंदर सखी दो कुमार ।
हाथों में फूलों का दौना भी सोहे
सुंदर गले में सोहे हार,
कुमार मैने देखे ।
॥ कुमार मैने देखे, सुंदर...॥
सुंदर सलौने बांके रसीले
मोह लिए नर नारी,
कुमार मैने देखे ।
॥ कुमार मैने देखे, सुंदर...॥
मुनियों का यज्ञ इन्होंने रचाया
दीनो की सुनते पुकार,
कुमार मैने देखे ।
॥ कुमार मैने देखे, सुंदर...॥
भक्तों के जीवन, संतों के प्यारे
सब के हैं प्राण आधार,
कुमार मैने देखे ।
॥ कुमार मैने देखे, सुंदर...॥
करुणा के सागर, दशरथ के दुलारे
सब इनसे करते हैं प्यार,
कुमार मैने देखे ।
॥ कुमार मैने देखे, सुंदर...॥
पल भर में अपने, चरणों की रज से
नारी अहिल्या दी तार,
कुमार मैने देखे ।
॥ कुमार मैने देखे, सुंदर...॥
कुमार मैने देखे,
सुंदर सखी दो कुमार ।
कुमार मैने देखे,
सुंदर सखी दो कुमार ।
ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी ! जय जगदीश हरे।
भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करे॥
ॐ जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा ॥
ॐ जय गङ्गाधर हर, जय गिरिजाधीशा।
त्वं मां पालय नित्यं, कृपया जगदीशा॥
ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता ।
तुमको निसदिन सेवत, हर विष्णु विधाता ॥