लूटरू महादेव जय जय,
लुटरू महादेव जी,
लूटूरू महादेव चलो,
लूटूरु महादेव जी,
सारी दुनियां ध्याए,
गाए गुण महादेव जी,
लुटरू महादेव चलो,
लूटरु महादेव जी ॥
तुम सा ना कोई जग में है दाता,
जो दर जाता है सब कुछ पाता,
झोली भर के लाता,
भाता लुटरू महादेव जी,
लूटरू महादेव जय जय,
लुटरू महादेव जी,
लूटरू महादेव चलों,
लूटरु महादेव जी ॥
है गुफा का गज़ब नज़ारा,
बाबा भारती जी ने हाथों से श्रृंगारा,
देते हैं सहारा,
मार सुटा महादेव जी,
लूटरू महादेव जय जय,
लुटरू महादेव जी,
लूटरू महादेव चलों,
लूटरु महादेव जी ॥
मेरी भी बाबा अब करो सुनवाई,
है कष्ट बहुत नहीं लगती दवाई,
बनेंगे सहाई,
‘ओम सैन’ महादेव जी,
लूटरू महादेव जय जय,
लुटरू महादेव जी,
लूटरू महादेव चलों,
लूटरु महादेव जी ॥
दर्शन को ‘अभिजीत’ है आया,
दिल की मुरादें साथ में लाया,
भजन सुनाया,
पाया वर महादेव जी,
लूटरू महादेव जय जय,
लुटरू महादेव जी,
लूटरू महादेव चलों,
लूटरु महादेव जी ॥
लूटरू महादेव जय जय,
लुटरू महादेव जी,
लूटूरू महादेव चलो,
लूटूरु महादेव जी,
सारी दुनियां ध्याए,
गाए गुण महादेव जी,
लुटरू महादेव चलो,
लूटरु महादेव जी ॥
होली आई रे होली आई रे होली आई वृन्दावन खेले गोरी
भागन पे आयो है फागण महीना कभू प्रेम की होरी बईं न,
हे ज्योति रूप ज्वाला माँ,
तेरी ज्योति सबसे न्यारी है ।
होली खेल रहे बांकेबिहारी आज रंग बरस रहा
और झूम रही दुनिया सारी,
हे त्रिपुरारी गंगाधरी
सृष्टि के आधार,