नवीनतम लेख
माँ दुर्गे आशीष दो माँ दुर्गे आशीष दो
मन मे मेरे वास हो तेरा चरणो संग प्रीत हो ॥
जनम जनम का साथ हो तेरा इतना आशीर्वाद दो,
कृपा तेरी बनी रहे माँ सर पे तेरा हाथ हो,
माँ दुर्गे आशीष दो माँ दुर्गे आशीष दो,
मन में मेरे वास हो तेरा चरणो संग प्रीत हो,
माँ दुर्गे आशीष दो ॥
जब भी तुझको याद किया पल में दर्श दिखाती हो,
अपने बच्चो को मैया ममता से गले लगाती हो,
माँ गले लगाती हो,
माँ दुर्गे आशीष दो माँ दुर्गे आशीष दो।
मन में मेरे वास हो तेरा चरणो संग प्रीत हो,
माँ दुर्गे आशीष दो ॥
तेरे नाम का अमृत पाये ऐसी किरपा कर दे माँ,
झोलियाँ सबकी भर जाये नजर मेहर की करदे माँ,
नजर मेहर की करदे माँ,
माँ दुर्गे आशीष दो माँ दुर्गे आशीष दो,
मन में मेरे वास हो तेरा चरणो संग प्रीत हो,
माँ दुर्गे आशीष दो माँ दुर्गे आशीष दो ॥
मन में मेरे वास हो तेरा चरणो संग प्रीत हो,
माँ दुर्गे आशीष दो ॥
........................................................................................................'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।