माँ का है जगराता, माँ को आज मनाएंगे(Maa Ka Hai Jagrata Maa Ko Aaj Manayenge)

माँ का है जगराता,

माँ को आज मनाएंगे,

जय माता दी बोल के,

सब जयकारे लाएंगे ॥


दिन आज खुशी का आया है,

माँ का दरबार सजाया है,

माँ के भक्तों माँ की महिमा,

सबको सुनाएंगे,

जय माता दी बोल के,

सब जयकारे लाएंगे ॥


ये वारे न्यारे करती है,

खुशियों से झोली भारती है,

माँ के दर से भक्त झोलियां,

भर ले जाएंगे,

जय माता दी बोल के,

सब जयकारे लाएंगे ॥


भक्तो ने धूम मचाई है,

नच नच के धूल उड़ाई है,

‘खन्ना’ माँ की महिमा गाके,

माँ को रिझाएंगे,

जय माता दी बोल के,

सब जयकारे लाएंगे ॥


माँ का है जगराता,

माँ को आज मनाएंगे,

जय माता दी बोल के,

सब जयकारे लाएंगे ॥

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श्री हनुमान साठिका (Shri Hanuman Sathika)

जय जय जय हनुमान अडंगी ।
महावीर विक्रम बजरंगी ॥

जगत में कोई ना परमानेंट(Jagat Me Koi Na Permanent)

जगत में कोई ना परमानेंट,
जगत में कोई ना परमानेंट,

चैत्र पूर्णिमा पर भूलकर भी ना करें ये काम

हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि को चैत्र पूर्णिमा कहा जाता है। यह तिथि धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है।

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