महामंत्र शिवजी का,
हमें प्यारा लागे ॥
महामंत्र – ॐ त्र्यम्बकं यजामहे,
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्,
उर्वारुकमिव बन्धनान्,
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॥
महामंत्र शिवजी का,
हमें प्यारा लागे,
बड़ा प्यारा लागे,
सबसे पावन सबसे सुंदर,
और न्यारा लागे ॥
महामंत्र ब्रह्मा ने जापा,
रच दिए वेद सारे,
श्रष्टि की फिर संरचना की,
मंत्र के सहारे,
महामंत्र ब्रह्मा जी को,
बड़ा प्यारा लगे,
बड़ा प्यारा लगे,
सबसे पावन सबसे सुंदर,
और न्यारा लागे ॥
महामंत्र विष्णु ने जापा,
लक्ष्मी जी को पाया,
बारह अवतारो में फिर इस,
श्रष्टि में बचाया,
महामंत्र विष्णु जी को,
बड़ा प्यारा लगे,
बड़ा प्यारा लगे,
सबसे पावन सबसे सुंदर,
और न्यारा लागे ॥
महामंत्र ये भक्त जनो को,
म्रत्यु से बचाए,
महामंत्र को जपने वाले,
शिव शंकर को पाए,
महामंत्र भव सागर,
का किनारा लागे,
किनारा लागे,
सबसे पावन सबसे सुंदर,
और न्यारा लागे ॥
महामन्त्र शिवजी का,
हमें प्यारा लागे,
बड़ा प्यारा लागे,
सबसे पावन सबसे सुंदर,
और न्यारा लागे ॥
भारत एक कृषि प्रधान देश है, और यहां के अधिकांश त्योहार फसलों और प्रकृति से जुड़े होते हैं। वैशाखी भी एक ऐसा ही महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे विशेष रूप से पंजाब और हरियाणा में धूमधाम से मनाया जाता है।
वैशाखी भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जिसे विशेष रूप से पंजाब और उत्तर भारत में बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है।
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, वैशाख महीना हिन्दू वर्ष का का दूसरा महीना होता है। यह महीना विशेष धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व रखता है।
सनातन धर्म में वैशाख महीने का बहुत ही अधिक धार्मिक महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान ब्रह्मा ने वैशाख महीने को सबसे श्रेष्ठ महीनों में से एक बताया है।