ओम नम शिवाय,
ओम नम शिवाय,
मैं हर पल गाता जाऊं,
तेरी भक्ति में खो जाऊं,
सुबह शाम मैं नाम को तेरे,
भोले ध्याता जाऊं,
तेरी भक्ति मे खो जाऊं,
तेरी भक्ति मे खो जाऊं ॥
तेरे जैसा कोई नहीं है,
इस जग में हितकारी,
तेरी महिमा सबसे प्यारी,
गाए दुनिया सारी,
मैं नादान हूं दास तुम्हारा,
क्या महिमा मैं गाऊं,
तेरी भक्ति मे खो जाऊं,
तेरी भक्ति मे खो जाऊं ॥
देवों के तुम देव प्रभू जी,
तुम्हीं हो त्रिपुरारी,
करें आरती तेरी निशदिन,
हे भोले भंडारी,
दो वरदान प्रभू,
इस ‘शिव’ को,
गुण मैं तेरे गाऊं,
तेरी भक्ति मे खो जाऊं,
तेरी भक्ति मे खो जाऊं ॥
ओम नम शिवाय,
ओम नम शिवाय,
मैं हर पल गाता जाऊं,
तेरी भक्ति में खो जाऊं,
सुबह शाम मैं नाम को तेरे,
भोले ध्याता जाऊं,
तेरी भक्ति मे खो जाऊं,
तेरी भक्ति मे खो जाऊं ॥
चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से शुरू हो रही है और 6 अप्रैल को समाप्त होगी। यानी नवरात्रि में घटस्थापना 30 मार्च और रामनवमी 6 अप्रैल को होगी। नवरात्रि इस बार रविवार से शुरू होगी, इसलिए इस बार मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आएंगी।
साल 2025 में चैत्र नवरात्रि 30 मार्च, रविवार से शुरू हो रही है। हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का बहुत महत्व है। चैत्र मास हिंदू नववर्ष का पहला महीना होता है। चैत्र नवरात्रि में देवी दुर्गा की पूजा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और नौ दुर्गाओं का आशीर्वाद बना रहता है।
चैत्र नवरात्रि 30 मार्च 2025 रविवार से शुरू होकर 7 अप्रैल 2025 सोमवार को समाप्त होगी। इस पावन अवसर पर आप देश के विभिन्न प्रसिद्ध दुर्गा मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं।
हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का बहुत महत्व है। ये विशेष पर्व हर साल चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से शुरू होकर नौ दिनों तक चलता है। इस बार 2025 में चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से शुरू होकर 7 अप्रैल तक चलेगी। इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है।