मैं तो लाई हूँ दाने अनार के,
मेरी मैया के नौ दिन बहार के ॥
टैंट वाले तेरा क्या जाएगा-३,
मेरी मैया का पंडाल बन जाएगा,
मै तो लाई हूँ दाने अनार के,
मेरी मैया के नौ दिन बहार के ॥
बिजली वाले तेरा क्या जाएगा-३,
मेरी मैया का भवन जग मगाएगा,
मै तो लाई हूँ दाने अनार के,
मेरी मैया के नौ दिन बहार के ॥
हलवाई तेरा क्या जाएगा-३,
मेरी मैया का प्रसाद बन जाएगा,
मै तो लाई हूँ दाने अनार के,
मेरी मैया के नौ दिन बहार के ॥
ढोल वाले तेरा क्या जाएगा-३,
मेरी मैया का भजन बन जाएगा,
मै तो लाई हूँ दाने अनार के,
मेरी मैया के नौ दिन बहार के ॥
फूल वाले तेरा क्या जाएगा-३,
मेरी मैया का हार बन जाएगा,
मै तो लाई हूँ दाने अनार के,
मेरी मैया के नौ दिन बहार के ॥
मै तो लाई हूँ दाने अनार के,
मेरी मैया के नौ दिन बहार के,
मेरी मैया के नौ दिन बहार के ॥
हिंदू धर्म में शुक्रवार के दिन मां संतोषी और मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की जाती है। ऐसी मान्यता है कि शुक्रवार को माता संतोषी और माता लक्ष्मी की पूजा करने से सभी दुखों का नाश होता है और माता रानी अपने भक्तों को सभी कष्टों से बचाती हैं।
शनिदेव को ग्रहों का राजा कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि शनिवार के दिन भगवान शनिदेव की पूजा-अर्चना करनी चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन विधिवत शनिदेव की पूजा करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और कुंडली में साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति मिलती है।
हिंदू धर्म में रविवार का दिन भगवान सूर्यदेव को समर्पित है। इस दिन भक्त सूर्यदेव को प्रसन्न करने के लिए उनकी विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करते हैं व्रत रखते हैं। सूर्य देव को 9 ग्रहों में राजा माना गया है और इनकी पूजा से जीवन में कई सकारात्मक बदलाव हो सकते हैं।
हिंदू धर्म में भगवान परशुराम महान योद्धा और ऋषियों में से एक माने जाते हैं। वे भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं, जिन्हें धर्म की रक्षा और अधर्म के विनाश के लिए जाना जाता है।