लग जाएगी लगन धीरे धीरे,
मैया जी से होगा मिलन धीरे धीरे,
मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें ॥
करले भरोसा मैया पे प्यारे,
छोड़ दे झूठे जग के सहारे,
जुड़ जाएगा ये मन धीरे धीरे,
जुड़ जाएगा ये मन धीरे धीरे,
मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें ॥
ज्ञानू सरिका करले समर्पण,
चरणों में कर दे खुद को तू अर्पण,
धड़क उठेगी अगन धीरे धीरे,
धड़क उठेगी अगन धीरे धीरे,
मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें ॥
दिल को लगा ले चरणों में प्यारे,
‘हर्ष’ रहेगी संग ये तुम्हारे,
महसूस होगीं छुअन धीरे धीरे,
महसूस होगीं छुअन धीरे धीरे,
मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें ॥
लग जाएगी लगन धीरे धीरे,
मैया जी से होगा मिलन धीरे धीरे,
मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें ॥
जानें ज्ञान, धर्म, नीति तथा मोक्ष के कारक ग्रह देवगुरु बृहस्पति के बारे में , Jaanen gyaan, dharm, neeti tatha moksh ke kaarak grah devaguru brhaspati ke baare mein
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