मिलता है सच्चा सुख केवल,
मैया तुम्हारे चरणों में,
यह विनती है हर पल मैया,
रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में,
मिलता है सच्चा सुख केवल ॥
चाहे बैरी जग संसार बने,
चाहे जीवन मुझ पर भार बने,
चाहे मौत गले का हार बने,
रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में,
मिलता है सच्चा सुख केवल ॥
चाहे अग्नि में मुझे जलना हो,
चाहे कांटो पे मुझे चलना हो,
चाहे छोड़ के देश निकलना हो,
रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में,
मिलता है सच्चा सुख केवल ॥
चाहे संकट ने मुझे घेरा हो,
चाहे चारों और अंधेरा हो,
पर मन नहीं डगमग मेरा हो,
रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में,
मिलता है सच्चा सुख केवल ॥
जिव्हा पे तुम्हारा नाम रहे,
तेरा ध्यान सुबह और शाम रहे,
तेरी याद मे आठों याम रहे,
रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में,
मिलता है सच्चा सुख केवल ॥
मिलता है सच्चा सुख केवल,
मैया तुम्हारे चरणों में,
यह विनती है हर पल मैया,
रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में,
मिलता है सच्चा सुख केवल ॥
नरसिंह जयंती, जो इस साल रविवार 11 मई 2025 को मनाई जाएगी, भगवान विष्णु के चौथे अवतार नरसिंह के जन्मोत्सव के रूप में प्रसिद्ध है।
नरसिंह जयंती हिंदू धर्म में एक अत्यंत पवित्र और महत्वपूर्ण पर्व है, जो भगवान विष्णु के चौथे अवतार भगवान नरसिंह को समर्पित है। यह पर्व वैशाख महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है, जो इस साल रविवार,11 मई को पड़ रही है।
नरसिंह जयंती का पर्व भगवान विष्णु के चौथे अवतार, श्री नृसिंह भगवान के प्राकट्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है।
हिंदू पंचांग के अनुसार इस समय साल का दूसरा महीना यानी वैशाख माह चल रहा है। ये कुछ ही दिनों में समाप्त हो जाएगा और इसके बाद शुरू होगा ज्येष्ठ माह। इस आम भाषा में जेठ महीना भी कहा जाता है।