छठ पूजा: मारबो रे सुगवा (Marbo Re Sugwa Dhanukh Se Chhath Puja Song)

ऊ जे केरवा जे फरेला खबद से,

ओह पर सुगा मेड़राए।

मारबो रे सुगवा धनुख से,

सुगा गिरे मुरझाए ।


ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से,

आदित होई ना सहाय ॥


ऊ जे नारियर जे फरेला खबद से,

ओह पर सुगा मेड़राए ।

मारबो रे सुगवा धनुख से,

सुगा गिरे मुरझाए ।


ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से,

आदित होई ना सहाय ॥


अमरुदवा जे फरेला खबद से,

ओह पर सुगा मेड़राए ।

मारबो रे सुगवा धनुख से,

सुगा गिरे मुरझाए ।


ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से,

आदित होई ना सहाय ॥


शरीफवा जे फरेला खबद से,

ओह पर सुगा मेड़राए ।

मारबो रे सुगवा धनुख से,

सुगा गिरे मुरझाए ।


ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से,

आदित होई ना सहाय ॥


ऊ जे सेववा जे फरेला खबद से,

ओह पर सुगा मेड़राए ।

मारबो रे सुगवा धनुख से,

सुगा गिरे मुरझाए ।


ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से,

आदित होई ना सहाय ॥


सभे फलवा जे फरेला खबद से,

ओह पर सुगा मेड़राए ।

मारबो रे सुगवा धनुख से,

सुगा गिरे मुरझाए ।


ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से,

आदित होई ना सहाय ॥

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सोना सट कुनिया, हो दीनानाथ
हे घूमइछा संसार, हे घूमइछा संसार

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