माता रानी कीजिये, किरपा की बरसात (Mata Rani Kijiye Karipa Ki Barsat)

माता रानी कीजिये,

किरपा की बरसात,

सर पे हमारे रखिये,

सर पे हमारे रखिये,

अपना वरदानी हाथ,

माता रानी कीजिए,

किरपा की बरसात ॥


आप अगर चाहेंगी माँ,

दुखड़े होंगे दूर,

दृष्टि दया की डालिए,

हमपे एक भरपूर,

आप जो चाहे बिगड़ी,

आप जो चाहे बिगड़ी,

बन जाएगी हर बार,

माता रानी कीजिए,

किरपा की बरसात ॥


जग जननी जगदम्बे माँ,

आपसे ये विनती,

दुखियारों ने की है माँ,

आपसे ये अर्जी,

सुखमय कर दो मैया इन,

सुखमय कर दो मैया इन,

सबके दिन और रात,

माता रानी कीजिए,

किरपा की बरसात ॥


कबसे खड़े मंगते माँ,

दुर्गा आपके द्वारे,

आस लिए आए है ये,

झोली अपनी पसारे,

इन सबकी झोली में दे,

इन सबकी झोली में दे,

दीजिये माँ खैरात,

माता रानी कीजिए,

किरपा की बरसात ॥


ना मांगे हम हीरे ना,

मांगे माँ हम ना मोती,

ना चाहे हम सोना ना,

आपसे मांगे चांदी,

जनम जनम का मैया,

जनम जनम का मैया,

हम चाहे आपका साथ,

माता रानी कीजिए,

किरपा की बरसात ॥


आपकी लीला महिमा जाने,

है ये जग सारा,

भक्तो को मिलता है ये,

आपके दर पे सहारा,

आपके के दर पे बिगड़े,

आपके के दर पे बिगड़े,

बन जाते है हालात,

माता रानी कीजिए,

किरपा की बरसात ॥


माता रानी कीजिये,

किरपा की बरसात,

सर पे हमारे रखिये,

सर पे हमारे रखिये,

अपना वरदानी हाथ,

माता रानी कीजिए,

किरपा की बरसात ॥

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जो सुमिरत सिधि होइ (Jo Sumirat Siddhi Hoi)

जो सुमिरत सिधि होइ गन नायक करिबर बदन ॥
करउ अनुग्रह सोइ बुद्धि रासि सुभ गुन सदन ॥ 1 ॥

गंगा किनारे चले जाणा (Ganga Ke Kinare Chale Jana)

बम बम बम बम भोला
बम बम बम बम भोला

श्री राधाजी की आरती (Shri Radhaji Ki Aarti)

आरती श्री वृषभानुसुता की, मंजुल मूर्ति मोहन ममता की।
त्रिविध तापयुत संसृति नाशिनि, विमल विवेक विराग विकासिनि।

शाबर मंत्र क्या है?

भारतीय परंपरा में मनोकामना पूर्ति और विभिन्न लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए मंत्रों का जाप एक प्राचीन प्रथा है। इन मंत्रों में से एक विशिष्ट श्रेणी, जिसे शाबर मंत्र कहा जाता है अपनी प्रभावशीलता और सरलता के लिए विशेष रूप से जानी जाती है।

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