माता रानी ने कृपा बरसाई
मेरी हर गल पूरी हुंडी आई
माता रानी ने कीती सुनवायी
मेरी हर गल पूरी हुंडी आई
ओने मेरे सारे रह खोल
मेरे सारे रुक्के कम शुद्ध होए
मेरी माया मेरी,
मेरी माया मेरी शुद्ध लेन आई
मेरी हर गल पूरी हुंडी आई
माता रानी आपे दौड़ी दौड़ी आई
एक हर खुशी मेरी झोली पाई
मेरी अम्बे ने,
मेरी अम्बे ने कीट्टी सुनवायी
मेरी हर गल पुरी हुनिद आई
अज मेरी मईया मेरे कर आई
कुशियां दे सागर विच दुबकी लगायी
मेरी दत्ती ने,
मेरी दत्ती ने कीति सुनवायी
मेरी हर गल पूरी हुंडी आई
सनातन धर्म में सप्ताह के हर एक दिन का अपना एक अलग महत्व होता है। इन्हीं में से एक शनिवार का दिन है, जो न्याय के देवता शनि देव को समर्पित है। इस दिन शनि देव की पूजा की जाती है और व्रत रखा जाता है।
हिंदू धर्म में सप्ताह का सातों दिन किसी न किसी देवी-देवता की पूजा के लिए समर्पित होता है। ऐसे में सप्ताह का आखिरी दिन यानी रविवार भगवान सूर्य देव का दिन माना जाता है।
हिंदू धर्म में सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा का विधान है। ऐसी मान्यता है कि अगर आप सोमवार के दिन विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा करते हैं तो आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
सनातन धर्म में मंगलवार के दिन भगवान हनुमान की पूजा-अर्चना की जाती है। कहते हैं कि मंगलवार को अगर कोई भी भक्त बजरंगबली की सच्चे मन और विधि-विधान से पूजा-अर्चना करता है तो हनुमान जी अपने भक्त को निराश नहीं करते हैं।