माता रानी ने कृपा बरसाई
मेरी हर गल पूरी हुंडी आई
माता रानी ने कीती सुनवायी
मेरी हर गल पूरी हुंडी आई
ओने मेरे सारे रह खोल
मेरे सारे रुक्के कम शुद्ध होए
मेरी माया मेरी,
मेरी माया मेरी शुद्ध लेन आई
मेरी हर गल पूरी हुंडी आई
माता रानी आपे दौड़ी दौड़ी आई
एक हर खुशी मेरी झोली पाई
मेरी अम्बे ने,
मेरी अम्बे ने कीट्टी सुनवायी
मेरी हर गल पुरी हुनिद आई
अज मेरी मईया मेरे कर आई
कुशियां दे सागर विच दुबकी लगायी
मेरी दत्ती ने,
मेरी दत्ती ने कीति सुनवायी
मेरी हर गल पूरी हुंडी आई
घर का मंदिर एक पवित्र स्थान है जहां हम अपने आराध्य देवों की पूजा करते हैं। यह न केवल हमारी भक्ति के केंद्र है, बल्कि आस्था का मार्ग भी दिखाता है।
हिंदू धर्म में भगवान शिव को दया और करुणा का सागर माना जाता है। महादेव का स्वभाव बेहद भोला है, इसलिए उन्हें भोलेनाथ भी कहा जाता है। जो भी भक्त सच्चे मन से भगवान शिव की आराधना करता है, उसका कल्याण निश्चित होता है।
अपना घर बनाते समय दिशा का चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, दक्षिण दिशा को यमराज से जोड़ा जाता है और दक्षिण मुखी घर अशुभ माना जाता है।
महाकुंभ 2025 की शुरुआत में अब 1 महीने से भी कम समय बचा है। शाही स्नान के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है। प्रयागराज का त्रिवेणी संगम हिंदु धर्म के सबसे बड़े समागम के लिए तैयार है।