मेरा सर ढकने की माई तेरी चूनर काफी है

धूप समय की लाख सताए मुझ में हिम्मत बाकी है।

धूप समय की लाख सताए मुझ में हिम्मत बाकी है।

मेरा सर ढकने को माई तेरी चूनर काफ़ी है।


क्या मांगे वो बेटा जिसने मां की ममता पाई है।

एक तरफ है ये जग सारा एक तरफ मेरी माई है।

क्या मांगे वो बेटा जिसने मां की ममता पाई है।

एक तरफ है ये जग सारा एक तरफ मेरी माई है।

हो.....

जगराता तेरा गांव मैय्या, रोज मुझे वो रैन मिले।

तेरे चरण ही मेरी शरण हैं और कहीं न चैन मिले।

जगराता तेरा गांव मैय्या, रोज मुझे वो रैन मिले।

तेरे चरण ही मेरी शरण हैं और कहीं न चैन मिले।


तू ही पुण्य प्रताप है मेरा, तू ही कर्म कमाई है।

तू ही पुण्य प्रताप है मेरा, तू ही कर्म कमाई है।

क्या मांगे वो बेटा जिसने मां की ममता पाई है।

एक तरफ है ये जग सारा एक तरफ मेरी माई है।

क्या मांगे वो बेटा जिसने मां की ममता पाई है।

एक तरफ है ये जग सारा एक तरफ मेरी माई है।


कौन डिगाये पथ से उसे, जो तुझपे भरोसा करले मां।

भरके पलक में तुझे निहारूं, तेरी छवि मुझे हरले मां।

कौन डिगाये पथ से उसे, जो तुझपे भरोसा करले मां।

भरके पलक में तुझे निहारूं, तेरी छवि मुझे हरले मां।


दर्द है लाखों दुनिया में, तू सब दर्दों की दवाई है।

दर्द है लाखों दुनिया में, तू सब दर्दों की दवाई है।

क्या मांगे वो बेटा जिसने मां की ममता पाई है।

एक तरफ है ये जग सारा एक तरफ मेरी माई है।

क्या मांगे वो बेटा जिसने मां की ममता पाई है।

एक तरफ है ये जग सारा एक तरफ मेरी माई है।

हां...

हो...

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सन्तोषी माता/शुक्रवार की ब्रत कथा (Santhoshi Mata / Sukravaar Ki Vrat Katha

एक नगरमें एक बुढ़ियाके सात पुत्र थे, सातौके विवाह होगए, सुन्दर स्त्री घर में सम्पन्न थीं। बड़े बः पुत्र धंधा करते थे बोटा निठल्ला कुछ नहीं करता था और इस ध्यान में मग्न रहता था कि में बिना किए का खाता हूं।

दीवाली से पहले खरीदारी का श्रेष्ठ मुहूर्त

24 अक्टूबर को खरीदारी के लिए दुर्लभ संयोग बन रहा है। इसे ज्योतिष शास्त्र में बहुत ही शुभ माना जाता है। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है।

आदित्य हृदय स्तोत्रम् (Aditya Hridaya Stotram)

ॐ अस्य आदित्यह्रदय स्तोत्रस्य

श्री धन्वन्तरि जी की आरती (Shri Dhanvantari Ji Ki Aarti)

जय धन्वन्तरि देवा, जय धन्वन्तरि जी देवा।
जरा-रोग से पीड़ित, जन-जन सुख देवा॥

डिसक्लेमर

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