धूप समय की लाख सताए मुझ में हिम्मत बाकी है।
धूप समय की लाख सताए मुझ में हिम्मत बाकी है।
मेरा सर ढकने को माई तेरी चूनर काफ़ी है।
क्या मांगे वो बेटा जिसने मां की ममता पाई है।
एक तरफ है ये जग सारा एक तरफ मेरी माई है।
क्या मांगे वो बेटा जिसने मां की ममता पाई है।
एक तरफ है ये जग सारा एक तरफ मेरी माई है।
हो.....
जगराता तेरा गांव मैय्या, रोज मुझे वो रैन मिले।
तेरे चरण ही मेरी शरण हैं और कहीं न चैन मिले।
जगराता तेरा गांव मैय्या, रोज मुझे वो रैन मिले।
तेरे चरण ही मेरी शरण हैं और कहीं न चैन मिले।
तू ही पुण्य प्रताप है मेरा, तू ही कर्म कमाई है।
तू ही पुण्य प्रताप है मेरा, तू ही कर्म कमाई है।
क्या मांगे वो बेटा जिसने मां की ममता पाई है।
एक तरफ है ये जग सारा एक तरफ मेरी माई है।
क्या मांगे वो बेटा जिसने मां की ममता पाई है।
एक तरफ है ये जग सारा एक तरफ मेरी माई है।
कौन डिगाये पथ से उसे, जो तुझपे भरोसा करले मां।
भरके पलक में तुझे निहारूं, तेरी छवि मुझे हरले मां।
कौन डिगाये पथ से उसे, जो तुझपे भरोसा करले मां।
भरके पलक में तुझे निहारूं, तेरी छवि मुझे हरले मां।
दर्द है लाखों दुनिया में, तू सब दर्दों की दवाई है।
दर्द है लाखों दुनिया में, तू सब दर्दों की दवाई है।
क्या मांगे वो बेटा जिसने मां की ममता पाई है।
एक तरफ है ये जग सारा एक तरफ मेरी माई है।
क्या मांगे वो बेटा जिसने मां की ममता पाई है।
एक तरफ है ये जग सारा एक तरफ मेरी माई है।
हां...
हो...
हिन्दू धर्म में मान्यता है कि व्यक्ति को अपने जीवन में किसी भी सफलता को प्राप्त करने के लिए संकल्प और नियमों की आवश्यकता पड़ती है।
पौराणिक काल से सनातन धर्म में कई रीति-रिवाज चले आ रहे हैं। हमारी संस्कृति में पूजा-पाठ का अपना एक अलग और विशेष महत्व है। हमारे यहां कोई भी पूजा में कुछ ऐसी चीजें हैं जिनका उपयोग अनिवार्य होता है।
आज देवउठनी एकादशी का पर्व मनाया जा रहा है। हिंदू धर्म में यह दिन अत्यंत पवित्र माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु चार महीने की योग निद्रा से जागते हैं और चातुर्मास का समापन होता है।
भारत की धर्म और संस्कृति में प्रकृति सम्मान की परंपरा भी है। वही वजह है कि देश में नदियों को तक माता का स्थान दिया गया है। नदियां हमारे देश के लिए जीवनदायिनी रही हैं।