देवों के महादेव है कालों के ये काल,
दुनिया की बुरी नजरों से रखते मेरा ख्याल,
दुनिया की बुरी नजरों से,रखते मेरा ख्याल,
मेरे बाबा मेरे भोले,
मेरे महाकाल ॥
विनती यही है बाबा कृपा बनाए रखना,
मतलब की है यह दुनिया यहां कोई नहीं अपना,
माता पिता तुम ही हो मैं हूं तुम्हारा लाल,
मुझको गले लगा कर रखना मेरा ख्याल,
मेरे बाबा मेरे भोले,
मेरे महाकाल ॥
झूठी है सारी दुनिया सच्चा है तेरा द्वारा,
तेरे सिवा ए बाबा कोई नहीं हमारा,
आए जो कोई संकट तो देना उसे टाल,
पल पल गिराती दुनिया बस लेना तू संभाल,
मेरे बाबा मेरे भोले,
मेरे महाकाल ॥
तुमने दिया है जीवन तुमने दी जिंदगानी,
तुमसे जुड़ी हुई है मेरी ये सब कहानी,
दर्शन को तेरे बाबा तरसे ये तेरा लाल,
स्वामी हो सारे जग के शम्बू बड़े दयाल,
मेरे बाबा मेरे भोले,
मेरे महाकाल ॥
द्वापर युग की बात हैं भगवान कृष्ण के अवतार के समय भगवान ने गोवर्धन पर्वत का उद्धार और इंद्र के अभिमान का नाश भी किया था।
ॐ शंखं चक्रं जलौकां दधदमृतघटं चारुदोर्भिश्चतुर्मिः।
सूक्ष्मस्वच्छातिहृद्यांशुक परिविलसन्मौलिमंभोजनेत्रम॥
सबसे पहले घर के आंगन में गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाएं।
>> नरक चतुर्दशी के दिन सुबह सूर्य उदय से पहले स्नान करने और घर के मंदिर में दीपक जलाने का विधान है।