Mere Bhole Baba Ko Anadi Mat Samjho Lyrics (मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो)

मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो,

अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,

अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,

वो है त्रिपुरारी अनाड़ी मत समझो ॥


मेरे भोले बाबा के गले सर्प माला,

मेरे भोले बाबा के गले सर्प माला,

सर्पो को देख कर सपेरा मत समझो,

सपेरा मत समझो, सपेरा मत समझो,

अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,

वो है त्रिपुरारी अनाड़ी मत समझो ॥


मेरे भोले बाबा के हाथो में डमरू,

मेरे भोले बाबा के हाथो में डमरू,

डमरू को देखके मदारी मत समझो,

मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो,

अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,

वो है त्रिपुरारी अनाडी मत समझो ॥


मेरे भोले बाबा के तन पे मृगछाला,

मेरे भोले बाबा के तन पे मृगछाला,

मृगछाला को देखके शिकारी मत समझो,

मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो,

अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,

वो है त्रिपुरारी अनाड़ी मत समझो ॥


मेरे भोले बाबा के तन पे है भस्मी,

मेरे भोले बाबा के तन पे है भस्मी,

भस्मी को देखके मनमौजी मत समझो,

मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो,

अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,

वो है त्रिपुरारी अनाडी मत समझो ॥


मेरे भोले बाबा के साथ में है नंदी,

मेरे भोले बाबा के साथ में है नंदी,

नंदी को देखके व्यापारी मत समझो,

मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो,

अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,

वो है त्रिपुरारी अनाडी मत समझो ॥


मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो,

अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,

अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,

वो है त्रिपुरारी अनाड़ी मत समझो ॥

........................................................................................................
महामंत्र शिवजी का, हमें प्यारा लागे - भजन (Mahamantra Shivji Ka Hame Pyara Lage)

महामंत्र शिवजी का,
हमें प्यारा लागे ॥

आज अयोध्या की गलियों में, घुमे जोगी मतवाला: भजन (Aaj Ayodhya Ki Galiyon Mein Ghume Jogi Matwala)

आज अयोध्या की गलियों में,
घुमे जोगी मतवाला,

माघ पूर्णिमा विशेष ज्योतिष उपाय

माघ पूर्णिमा का हिंदू धर्म में खास है। इस दिन भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी और चंद्रदेव की पूजा की जाती हैं। इस दिन लोग व्रत करते हैं और सत्यनारायण व्रत कथा का पाठ करते हैं। इसके साथ ही चंद्रमा को अर्घ्य देते हैं।

मासिक शिवरात्रि की पूजा विधि

मासिक शिवरात्रि व्रत काफ़ी शुभ माना जाता है। यह त्योहार हर मास कृष्ण पक्ष के 14वें दिन मनाया जाता है। इस बार यह व्रत शुक्रवार, 29 नवंबर 2024 के दिन मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो भक्त इस तिथि पर व्रत रखते हैं और पूजा करते हैं, उन्हें सुख-शांति और धन-वैभव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। कहा जाता है कि शिव जी की कृपा प्राप्त करने के लिए यह व्रत काफ़ी महत्वपूर्ण है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने