Logo

घर में आओ लक्ष्मी माता (Mere Ghar Aao Laxmi Maa)

घर में आओ लक्ष्मी माता (Mere Ghar Aao Laxmi Maa)

घर में आओ लक्ष्मी माता,

आओ पधारो श्री गणराजा ।

घर में आओ लक्ष्मी माता,

आओ पधारो श्री गणराजा ॥


दीवाली का त्यौहार आया,

हमने घर को दीपो से सजाया ।

माँ मेरे घर आना भक्तो को भूल न जाना,

सबके घर में चरण धर जाना ॥


घर में आओ लक्ष्मी माता ।

आओ पधारो श्री गणराजा ॥


धन की देवी सबको दौलत देती,

दीवाली का उपहार देती ।

हो खुशिया देती उमंगें देती,

सुखो का संसार देती ।

माँ मेरे घर आना खुशियों से इससे सजाना,

पावन भक्तो का घर कर जाना ॥


घर में आओ लक्ष्मी माता ।

आओ पधारो श्री गणराजा ॥


कमला सन माँ सबपे ममता लुटाती,

देवा गणपति है मंगल मूर्ती ओ,

लक्ष्मी माँ भंडारे भारती,

देवा है कामना पूर्ति ।

माँ मेरे घर आना हाथ जोडू भूल न जाना,

खाली झोली सभी की भर जाना ॥


घर में आओ लक्ष्मी माता ।

आओ पधारो श्री गणराजा ॥


दीवाली का त्यौहार आया,

हमने घर को दीपो से सजाया ।

माँ मेरे घर आना भक्तो को भूल न जाना,

सबके घर में चरण धर जाना ॥

........................................................................................................
नाचे नन्दलाल, नचावे हरि की मईआ(Nache Nandlal Nachave Hari Ki Maiya)

नाचे नन्दलाल,
नचावे हरि की मईआ ॥

अनंग त्रयोदशी के दिन प्रेमी जोड़ों के लिए विशेष उपाय

अनंग त्रयोदशी व्रत हर साल मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन विशेष रूप से प्रेम और दांपत्य जीवन के लिए महत्व रखता है।

नफरत की दुनिया में, हो गया जीना अब दुश्वार(Nafrat Ki Duniya Mein Ho Gaya Jeena Ab Dushwar)

नफरत की दुनिया में,
हो गया जीना अब दुश्वार,

नगर मे जोगी आया यशोदा के घर आया(Nagar Mein Jogi Aaya Yashoda Ke Ghar Aaya )

नगर मे जोगी आया,
भेद कोई समझ ना पाया।

यह भी जाने

संबंधित लेख

HomeBook PoojaBook PoojaTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang