मेरे पवनपुत्र हनुमान,
करूं मैं तेरा हर पल ध्यान,
नज़र मो पे रखना तू हनुमान,
नज़र मो पे रखना तू ॥
तेरी मूरतिया पे मन मोरा अटका,
चढ़ाऊं तो पे सिंदूरी पटका,
तेरा संकटमोचन नाम ओ,
तेरा संकटमोचन नाम,
करूं मैं तेरा हर पल ध्यान,
नज़र मो पे रखना तू हनुमान,
नज़र मो पे रखना तू ॥
तेरी गदा पर मन मेरा अटका,
प्यारी कथाओं में मन मोरा भटका,
तेरे अद्भुत सारे काम ओ,
तेरे अद्भुत सारे काम,
करूं मैं तेरा हर पल ध्यान,
नज़र मो पे रखना तू हनुमान,
नज़र मो पे रखना तू ॥
तेरे भजनों पे मन मोरा अटका,
प्यारा लगे हर रंग में पटका,
तेरे मन में राम का नाम ओ,
तेरे मन में राम का नाम,
करूं मैं तेरा हर पल ध्यान,
नज़र मो पे रखना तू हनुमान,
नज़र मो पे रखना तू ॥
तेरी पादुका पे मन मोरा अटका,
मुझे तो लग गया तेरा चसका,
तेरे चरणों में अंतर्ध्यान ओ,
तेरे चरणों में अंतर्ध्यान,
करूं मैं तेरा हर पल ध्यान,
नज़र मो पे रखना तू हनुमान,
नज़र मो पे रखना तू ॥
भारत की पवित्र नदियों में से एक यमुना नदी है और इसे हिंदू धर्म में पवित्र माना जाता है। यमुना नदी उत्तराखंड के यमुनोत्री ग्लेशियर से निकलती है और प्रयागराज में गंगा नदी में मिल जाती है।
गोदावरी नदी को दक्षिण भारत की गंगा माना जाता है। गोदावरी को पवित्र नदी माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इसके जल में स्नान करने से पाप धुल जाते हैं और मन शुद्ध होता है।
हिंदू धर्म में नर्मदा नदी बेहद पवित्र और पूजनीय नदी मानी जाती है। इसे 'कुंवारी नदी' और 'रेवा' के नाम से भी जाना जाता है।
हिंदू धर्म में देवी-देवताओं की कृपा के बिना कोई भी शुभ काम सफल नहीं होता है इसलिए, घर बनाने से पहले भूमि पूजन करना बहुत जरूरी है। इस अनुष्ठान से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में सुख-शांति आती है।