मेरे राम मेरे घर आएंगे,
आएंगे प्रभु आएंगे
प्रभु के दर्शन की आस है,
और भीलनी को विशवास है
मेरे राम मेरे घर आएंगे...
अंगना रस्ता रोज बुहार रही,
खड़ी खड़ी वो राह निहार रही
मन में लगन, भीलनी मगन,
भीलनी को भारी चाव है,
और मन में प्रेम का भाव है
मेरे राम मेरे घर आएंगे...
ना जानू सेवा पूजा की रीत,
क्या सोचेंगे मेरे मन के मीत
शर्म आ रही, घबरा रही
वो भोली भाली नार है,
प्रभु को भोलों से प्यार है
मेरे राम मेरे घर आएंगे...
चुन चुन लायी खट्टे मीठे बेर,
आने में क्यों करते हो प्रभु देर
प्रभु आ रहे, मुस्का रहे,
प्रभु के चरणो में गिर पड़ी,
और असुअन की लागी झड़ी
मेरे राम मेरे घर आएंगे...
असुअन से धोए प्रभु जी के पैर,
चख चख कर के खिला रही थी बेर
प्रभु कह रहे, मुस्का रहे
इक प्रेम के वष में राम है,
और प्रेम का यह परिणाम है
मेरे राम मेरे घर आएंगे...
प्रभु तेरी खातिर अटक रहे थे प्राण,
मुक्ति दे दो मुझको कृपा निधान
लेलो शरण, अपनी चरण
शबरी से बोले राम हैं,
जा खुला तेरे लिए धाम है
मेरे राम मेरे घर आएंगे...
जो कोई ढूंढे प्रभु को दिन और रात,
उसे ढूंढ़ते इक दिन दीनानाथ
हरी को भजो, सुमिरन करो,
‘बिन्नू’ यह निश्चय जान लो,
तुम प्रभु को अपना मान लो
मेरे राम मेरे घर आएंगे...
नया व्यवसाय शुरू करना एक महत्वपूर्ण निर्णय है, जिसमें कई चीजें शामिल होती हैं - रणनीति, कड़ी मेहनत, नवाचार और सबसे महत्वपूर्ण शुभ मुहूर्त। सही समय चुनना भी उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना कि आपके व्यवसाय की रणनीति और योजना।
नई दुकान खोलना एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे आपके भविष्य की सफलता और समृद्धि की नींव रखी जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, किसी भी नए उद्यम की शुरुआत करने से पहले शुभ मुहूर्त और तिथि का चयन करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।
अप्रैल का महीना शुभता और समृद्धि का प्रतीक है, जब लोग अपने जीवन में नए लक्ष्यों को प्राप्त करने की योजना बनाते हैं। चाहे वह अपने करियर में नए अवसरों की तलाश हो, अपने सपनों का घर बनाना हो, या जीवन के नए अध्याय की शुरुआत करना हो, सही समय का चयन करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।
एक बच्चे की शिक्षा यात्रा की शुरुआत एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होता है जो उसके भविष्य को आकार देता है। यह संस्कार भारतीय परंपरा में विशेष महत्व रखता है, जहां ज्योतिष के अनुसार ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति और शुभ योगों का ध्यान रखा जाता है I