मेरे सतगुरु दीन दयाल,
मैं तेरा नाम जपा करूं,
गुरु रविदास महाराज,
मैं तेरा नाम जपा करूं,
जपा करूं, जपा करूं
ओ.. ओ औरों के तो चंदा-सूरज
मेरा उजाला तू
मैं तेरा नाम जपा करूं
मेरे सतगुरु दीन दयाल,
मैं तेरा नाम जपा करूं,
गुरु रविदास महाराज,
मैं तेरा नाम जपा करूं,
जपा करूं, जपा करूं
ओ.. ओ औरों के तो ब्रह्मा-विष्णु
मेरा ठाकुर तू
मैं तेरा नाम जपा करूं
मेरे सतगुरु दीन दयाल,
मैं तेरा नाम जपा करूं,
गुरु रविदास महाराज,
मैं तेरा नाम जपा करूं,
जपा करूं, जपा करूं
देख लिया संसार हमने देख लिया,
सब मतलब के यार हमने देख लिया ।
बरपा है केहर भोले आकर के बचा लेना,
देकर शरण अपनी अपने में समा लेना ॥
‘मंत्र’ शब्द संस्कृत भाषा से आया है। यहां 'म' का अर्थ है मन और 'त्र' का अर्थ है मुक्ति। मंत्रों का जाप मन की चिंताओं को दूर करने, तनाव और रुकावटों को दूर करने एवं आपको बेहतर तरीके से ध्यान केंद्रित करने में मदद करने का एक सिद्ध तरीका है।
देखो राजा बने महाराज,
आज राम राजा बने,