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मेरी विनती यही है! राधा रानी(Meri Binti Yahi Hai Radha Rani)

मेरी विनती यही है! राधा रानी(Meri Binti Yahi Hai Radha Rani)

मेरी विनती यही है राधा रानी

कृपा बरसाए रखना

हे कृपा बरसाए रखना

॥ हे महारानी कृपा बरसाए...॥


मेरी विनती यही है राधा रानी...

हो मुझे तेरा ही सहारा महारानी

चरणो से लिपटाये रखना,

कृपा बरसाए रखना

॥ हे महा रानी कृपा बरसाए...॥


छोड़ दुनिया के झूठे नाते सारे

किशोरी तेरे दर पे आ गया,

कृपा बरसाए रखना

॥ हे महा रानी कृपा बरसाए..॥


मैंने तुमको पुकारा बृजरानी

जग से बचाये रखना,

कृपा बरसाए रखना

॥ हे महा रानी कृपा बरसाए..॥

श्री राधे, श्री राधे, श्री राधे

श्री राधे, श्री राधे, श्री राधे


इन सासों की माला में

सदा ही तेरा नाम सिमरूँ

लगी लगन श्री राधा नाम वाली

लगन ये लगाये रखना,

कृपा बरसाए रखना

॥ हे महा रानी कृपा बरसाए...॥

श्री राधा, श्री राधा, श्री राधा

श्री राधा, श्री राधा, श्री राधा


तेरे नाम के रंग में रंग के

मैं डोलूँ बृजगलियन में

हे राधा रानी हे महा रानी

कहें चित्र विचित्र श्यामा प्यारी

वृंदावन बसाये रखना,

कृपा बरसाए रखना

॥ हे महा रानी कृपा बरसाए...॥

श्री राधा, श्री राधा, श्री राधा

श्री राधा, श्री राधा, श्री राधा

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वट सावित्री पूर्णिमा 2025

वट सावित्री व्रत हिंदू धर्म में विवाहित स्त्रियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण व्रत माना जाता है। यह व्रत स्त्रियां अपने पति की दीर्घायु, स्वास्थ्य और सुखमय वैवाहिक जीवन की कामना से करती हैं।

वट सावित्री व्रत 2 बार क्यों मनाया जाता है

वट सावित्री व्रत विवाहित स्त्रियों द्वारा अपने पति की लंबी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य और सुखमय वैवाहिक जीवन की कामना से रखा जाने वाला एक विशेष पर्व है।

वट पूर्णिमा पर ये उपाय करें

वट पूर्णिमा व्रत 2025 में 10 जून की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाएगा, जो विशेष रूप से सुहागिन महिलाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व होता है। यह व्रत श्रद्धा और पति की लंबी आयु की कामना से जुड़ा है।

वट सावित्री पूर्णिमा व्रत कथा

वट सावित्री व्रत 10 जून, ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाएगा। यह व्रत विशेष रूप से सुहागिन महिलाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।

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