मेरी रसना से प्रभु तेरा नाम निकले (Meri Rasna Se Prabhu Tera Naam Nikle)

मेरी रसना से प्रभु तेरा नाम निकले,

हर घड़ी हर पल राम राम निकले ॥


मन मंदिर में ज्योत जगाउंगी,

प्रभु सदा मैं तेरे गुण गाउंगी,

मेरे रोम रोम से तेरा नाम निकले,

मेरे रोम रोम से तेरा नाम निकले,

हर घड़ी हर पल राम राम निकले,

मेरी रसना से प्रभु तेरा नाम निकलें,

हर घड़ी हर पल राम राम निकले ॥


मेरे अवगुण चित्त से भुला देना,

मेरी नैया को पार लगा देना,

तेरी पूजा में जीवन तमाम निकले,

हर घड़ी हर पल राम राम निकले,

मेरी रसना से प्रभु तेरा नाम निकलें,

हर घड़ी हर पल राम राम निकले ॥


तेरी महिमा का सदा गुणगान करूँ,

तेरे वचनों का नित मैं ध्यान धरूँ,

तेरी भक्ति में सुबह और शाम निकले,

हर घड़ी हर पल राम राम निकले,

मेरी रसना से प्रभु तेरा नाम निकलें,

हर घड़ी हर पल राम राम निकले ॥


मेरी रसना से प्रभु तेरा नाम निकले,

हर घड़ी हर पल राम राम निकले ॥

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मंदिर बनेगा धीरे धीरे: रामजी भजन (Ramji Ka Mandir Banega Dheere Dheere)

रामजी का मंदिर बनेगा धीरे धीरे
सरयू के तीरे, सरयू के तीरे

पूरब से जब सूरज निकले (Purab Se Jab Suraj Nikle)

पूरब से जब सूरज निकले,
सिंदूरी घन छाए,

कामधेनु गाय की पूजा कैसे करें?

कामधेनु एक दिव्य गाय है, जिसे सभी इच्छाओं को पूर्ण करने वाली माना जाता है। समुद्र मंथन के दौरान निकले चौदह रत्नों में से एक, कामधेनु को देवताओं और दानवों दोनों ने ही पाने की इच्छा रखी थी।

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