म्हारा कीर्तन मे रस बरसाओ,
आओ जी गजानन आओ ॥
श्लोक – सदा भवानी दाहिनी,
सनमुख रहे गणेश,
पांच देव रक्षा करे,
ब्रम्हा विष्णु महेश ॥
म्हारा कीर्तन मे रस बरसाओ,
आओ जी गजानन आओ ॥
ॐ गण गणपतये नमो नमः
श्री सिद्धिविनायक नमो नमः
अष्टविनायक नमो नमः
गणपती बप्पा मोरया ॥
रणत भंवर से आओ जी गजानन,
रणत भंवर से आओ जी गजानन,
रिद्धि सिद्धि ने संग प्रभु लाओ,
आओ जी गजानन आओ ॥
ॐ गण गणपतये नमो नमः,
श्री सिद्धिविनायक नमो नमः,
अष्टविनायक नमो नमः,
गणपती बप्पा मोरया ॥
पार्वती के पुत्र गजानन,
पार्वती के पुत्र गजानन,
भोले शंकर के मन भाओ
आओ जी गजानन आओ ॥
ॐ गण गणपतये नमो नमः
श्री सिद्धिविनायक नमो नमः
अष्टविनायक नमो नमः
गणपती बप्पा मोरया ॥
हर बुधवार देवा पूजा तुम्हारी,
हर बुधवार देवा पूजा तुम्हारी,
थारे मौदक भोग लगावा,
आओ जी गजानन आओ ॥
ॐ गण गणपतये नमो नमः
श्री सिद्धिविनायक नमो नमः
अष्टविनायक नमो नमः
गणपती बप्पा मोरया ॥
मीरा के प्रभु गिरधर नागर,
मीरा के प्रभु गिरधर नागर,
हर्ष हर्ष गुण गाओ गुण गाओ,
आओ जी गजानन आओ ॥
ॐ गण गणपतये नमो नमः
श्री सिद्धिविनायक नमो नमः
अष्टविनायक नमो नमः
गणपती बप्पा मोरया ॥
म्हारा कीर्तन में रस बरसाओ,
आओ जी गजानन आओ ॥
आज 20 मई 2025 को ज्येष्ठ माह का सातवां दिन है। साथ ही आज के पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है। आज का दिन किसी साधारण तिथि का नाम नहीं, बल्कि यह जीवन के दुखों से मुक्ति और समृद्धि के द्वार खोलने का अवसर है।
आज 21 मई 2025 को ज्येष्ठ माह का आठवां दिन है। साथ ही आज के पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि है। आज का दिन बुध ग्रह से प्रेरित है। जो बुद्धि, वाणी और व्यापार के क्षेत्र में सौभाग्य देने वाला है। आश्लेषा नक्षत्र की उपस्थिति इसे और अधिक रहस्यपूर्ण एवं साधना योग्य बनाती है।
आज 22 मई 2025 को ज्येष्ठ माह का नौवां दिन है। साथ ही आज के पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि है। आज का दिन है बृहस्पति देव को समर्पित — धर्म, ज्ञान, विवाह, गुरु भक्ति और आध्यात्मिक उन्नति के लिए श्रेष्ठ।
आज 23 मई 2025 को ज्येष्ठ माह का दसवां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष तिथि एकादशी है। आज शुक्रवार का दिन है। इस तिथि पर शुक्ल योग रहेगा। सूर्य देव वृषभ राशि में रहेंगे।