मुझे राधे नाम सुनाई दे (Mujhe Radhe Naam Sunai De)

राधे राधे! जय श्री राधे राधे...


चितचोर बड़ा तू छलिया

बिंद्रावन कि यह गलियां।

चितचोर बड़ा तू छलिया

बिंद्रावन कि यह गलियां।


तेरी बाकी बाकी सोणी सोणी

तेरी बाकी बाकी सोणी सोणी

चितवन श्याम दिखाई दे


मुझे राधे राधे! मुझे राधे राधे!

मुझे राधे राधे राधे राधे राधे नाम सुनाई दे

मुझे राधे राधे राधे राधे राधे नाम सुनाई दे

मुझे राधे राधे राधे राधे राधे नाम सुनाई दे


टेढ़ी वह मटक बाकी से लटक मुस्कान है अधरों की

पथ भूले पथिक कहते हैं रसिक क्या बात है नजरों की


दीदार करे जो घायल हो जाता तेरा वह कायल

तेरी बाकी बाकी सोणी सोणी...

चितवन श्याम दिखाई दे

॥ मुझे राधे राधे! मुझे राधे राधे...॥


तेरी मधुर बड़ी मुस्कान चैन मेरे मन का ले लेगी

उस पर मुरली की तान मुझे यह मार ही डालेगी


छम छम करती है पायल- झूमे लहरी दिल पागल

तेरी बाकी बाकी सोणी सोणी

चितवन श्याम दिखाई दे

॥ मुझे राधे राधे! मुझे राधे राधे...॥


मुझे राधे राधे! मुझे राधे राधे!

मुझे राधे राधे राधे राधे राधे नाम सुनाई दे

मुझे राधे राधे राधे राधे राधे नाम सुनाई दे

मुझे राधे राधे राधे राधे राधे नाम सुनाई दे


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नवरात्रि सम्पूर्ण पूजन विधि

नवरात्रि माँ दुर्गा के नौ रूपों की आराधना का पावन पर्व है। भारत के विभिन्न क्षेत्रों में इसे बड़े श्रद्धा और भक्ति भाव से मनाया जाता है। एक वर्ष में चार बार नवरात्र आते हैं—चैत्र, आषाढ़, माघ और शारदीय नवरात्र।

अथ देव्यपराधक्षमापनस्तोत्रम् (Ath Devyaparadha Kshamapana Stotram)

देव्यपराधक्षमापनस्तोत्रम्, माँ दुर्गा का एक महत्वपूर्ण स्तोत्र है। इसे आदि गुरु शंकराचार्य ने लिखा था। यह उनकी सर्वश्रेष्ठ और कानों को सुख देने वाली स्तुतियों में से एक है।

चैत्र अमावस्या मुहूर्त और तिथि

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, चैत्र अमावस्य को बहुत महत्वपूर्ण तिथि मानी जाती है। यह हिंदू नववर्ष की शुरुआत के एक दिन पहले मनाई जाती है।

कुंभ संक्रांति पूजा-विधि और नियम

जिस तरह सूर्यदेव के मकर राशि में प्रवेश से मकर संक्रांति मनाई जाती है। उसी तरह जिस दिन सूर्यदेव कुंभ राशि में प्रवेश कर सकते हैं, वह दिन कुंभ संक्रांति के नाम से जाना जाता है।

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