मुझे राधे राधे कहना सिखा दे
कन्हैयाँ तेरा क्या बिगड़े,
मुझे राधे राधे कहना सिखादे
कन्हैया तेरा क्या बिगड़े,
क्या बिगड़े तेरा क्या बिगड़े,
मुझे राधे राधे कहना सिखा दे
कन्हैयाँ तेरा क्या बिगड़े,
मुझे राधे राधे कहना सिखादे
कन्हैया तेरा क्या बिगड़े।
वृंदावन जाऊँ तेरे गुण गाऊं,
चरणों की धूलि को माथे से लगाऊँ,
मेरी वृन्दावन कोठी बणा दे,
कन्हैयाँ तेरा क्या बिगड़े,
मुझे राधे राधे कहना सिखादे
कन्हैया तेरा क्या बिगड़े।
जमुना तट जाऊँ वहां नहीं पाऊँ,
बंसीवट जाऊँ वहां नहीं पाऊँ,
अपने मिलने का ठिकाना बता दे,
कन्हैयाँ तेरा क्या बिगड़े,
मुझे राधे राधे कहना सिखादे
कन्हैया तेरा क्या बिगड़े।
अपनी शरण में ले ले मोहन,
अपने ही रंग में रंग ले मोहन,
अपनी गऊओ का ग्वाला बना ले,
कन्हैयाँ तेरा क्या बिगड़े,
मुझे राधे राधे कहना सिखादे
कन्हैया तेरा क्या बिगड़े।
मन मन्दिर में ज्योत जगाऊँ,
आठों पहर तेरे नाम को सिमरूं,
अपने नाम का दीवाना बना दे
कन्हैयाँ तेरा क्या बिगड़े,
मुझे राधे राधे कहना सिखादे
कन्हैया तेरा क्या बिगड़े।
हो के नाचूं अब दिवाना,
मैं प्रभु श्रीराम का,
है सुखी मेरा परिवार,
माँ तेरे कारण,
शाबर मंत्र भारत की प्राचीन तांत्रिक परंपरा का हिस्सा हैं। ये अपनी सहजता और प्रभावशीलता के लिए प्रसिद्ध है। इन मंत्रों का उपयोग व्यक्ति के भौतिक, मानसिक और आध्यात्मिक समस्याओं का समाधान करने के लिए किया जाता है।
हाजीपुर केलवा महँग भेल हे धनिया
छोड़ी देहु आहे धनि छठी रे वरतिया