नमो नमो हे भोले शंकरा(Namo Namo Hey Bhole Shankara)

मैंने पाया नशा है,

मेरा बस तुझमे,

मेरे भोले मेरे भोले,

छोड़ चिंता मिली हूँ,

मैं तो बस तुझमे,

मेरे भोले मेरे भोले,

नमो नमो हे भोले शंकरा,

शंकरा भोले शंकरा ॥


मैंने शंखो से अर्जी है भेजी तुझे,

पूरी मस्ती में डूबी मैं पूजूँ तुझे,

तूने बरसाई गंगा यहाँ सब पे,

रोज दर्शन किया है,

तेरा मैंने मुझमे,

नमो नमो हे भोलें शंकरा,

शंकरा भोले शंकरा ॥


डमरू पे ये नाचे मन ऐसे,

मिल जाता हूँ मुझसे मैं जैसे,

शिव तेरे है रंग हजारों,

एक रंग मैं देखूं कैसे,

मेरी किस्मत का चंदा,

है तेरे सर पे,

मेरे भोले मेरे भोले,

नमो नमो हे भोलें शंकरा,

शंकरा भोले शंकरा ॥


मैंने पाया नशा है,

मेरा बस तुझमे,

मेरे भोले मेरे भोले,

छोड़ चिंता मिली हूँ,

मैं तो बस तुझमे,

मेरे भोले मेरे भोले,

नमो नमो हे भोले शंकरा,

शंकरा भोले शंकरा ॥

........................................................................................................
ऋण-मोचक मंगल-स्तोत्रं (Rin Mochak Mangal Stotram)

मंगलो भूमिपुत्रश्च ऋणहर्ता धनप्रद:। स्थिरासनो महाकाय: सर्व-कर्मावरोधकः॥1॥

आंवला नवमी शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

हिंदू धर्म में कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को आंवला नवमी का त्योहार मनाया जाता है। इसे अक्षय नवमी और सीता नवमी के नाम से भी जाना जाता है।

श्री शीतला माता जी की आरती(Shri Shitala Mata Ji Ki Aarti )

जय शीतला माता, मैया जय शीतला माता।
आदि ज्योति महारानी, सब फल की दाता॥

धुला लो पाँव राघव जी, अगर जो पार जाना है (Dhul Lo Paanv Raghav Ji Agar Jo Paar Jana Hai)

धुला लो पाँव राघव जी,
अगर जो पार जाना है,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने