नवरात्री का त्यौहार आया,
वैष्णो मैया ने हमको बुलाया ॥
माता जिनको बुलाए,
वही भक्त दर पे आए,
माता जिनको बुलाए,
वही भक्त दर पे आए,
ऊँचे पर्वत पे दरबार लगाया,
वैष्णो मैया ने हमको बुलाया ॥
वही लोग है निराले,
नाम जिसका माँ बुलाले,
भक्त वही है निराले,
नाम जिसका माँ बुलाले,
फल माँ की कृपा वही पाया,
वैष्णो मैया ने हमको बुलाया ॥
सारे कष्ट करे दूर,
मैया जग में मशहूर,
सारे कष्ट करे दूर,
मैया जग में मशहूर,
लिखके ‘देवेंद्र’ यही गाया,
वैष्णो मैया ने हमको बुलाया ॥
नवरात्री का त्यौहार आया,
वैष्णो मैया ने हमको बुलाया ॥
हमारे हिंदू धर्म में सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित होता है। गुरुवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित माना गया है।
सनातन धर्म में शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी की पूजा-उपासना करने का विधान है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने से व्यक्ति के सभी मनोरथ सिद्ध पूर्ण होते हैं। साथ ही घर में सुख, शांति, समृद्धि और वैभव का आगमन होता है।
जून 2025 में ग्रह-नक्षत्रों की अनुकूल स्थिति और पंचांग के अनुसार कई ऐसे दिन और समय हैं जो विभिन्न कार्यों के लिए अत्यंत लाभकारी हैं। अगर आप जून के महीने में किसी भी तरह का नया कार्य आरंभ करने की सोच रहे हैं, तो इन शुभ मुहूर्तों को जरूर ध्यान में रखें।
हिंदू धर्म में शनिवार का दिन न्याय के देवता शनिदेव को समर्पित माना गया है। इस दिन भक्त शनिदेव की विधिपूर्वक पूजा करते हैं और शनि मंदिर में जाकर उन्हें तेल अर्पित करते हैं।