नौरता की रात मैया, गरबे रमवा आणो है (Norta ki Raat Maiya Garba Rambwa Aano Hai)

नौरता की रात मैया,

गरबे रमवा आणो है,

थाने वादों निभाणो है,

नौरता की रात ॥


साथी सहेलियां,

मईया जोवे थारी बाट,

मईया जी थाने आवणो,

माथा पे हो टीका,

काना में हो झुमका,

सज ने थाणे आवणो,

नौरता की रात मईया,

गरबे रमवा आणो है,

थाणे वादे निभाणो है,

नौरता की रात ॥


हाथा में हो चुडलो,

पावा में हो पायल,

हो छम छम करती आवणो,

सर पे हो चुनरिया,

लाले हो रंग री,

घुंगटा में थाणे आवणो,

नौरता की रात मईया,

गरबे रमवा आणो है,

थाणे वादों निभाणो है,

नौरता की रात ॥


नौरता की रात मैया,

गरबे रमवा आणो है,

थाने वादों निभाणो है,

नौरता की रात ॥

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हिंदू धर्म में चंद्र दर्शन का विशेष महत्व है। अमावस्या के बाद जब पहली बार आकाश में चंद्रमा दिखाई देता है, उसी दिन को चंद्र दर्शन कहा जाता है।

गंगा के खड़े किनारे, भगवान् मांग रहे नैया (Ganga Ke Khade Kinare Bhagwan Mang Rahe Naiya)

गंगा के खड़े किनारे
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धरती गगन में होती है (Dharti Gagan Mein Hoti Hai)

धरती गगन में होती है,
तेरी जय जयकार ॥

मेरे बालाजी महाराज, जयकारा गूंजे गली गली (Mere Balaji Maharaj Jaikara Gunje Gali Gali)

मेरे बालाजी महाराज,
जयकारा गूंजे गली गली,

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