ओ सांवरे हमको तेरा सहारा है,
तेरी रहमतो से चलता,
तेरी रहमतो से चलता मेरा गुजारा है,
ओ सांवरे हमको तेरा सहारा है ॥
तुमसे जुड़ी हुई है मेरी हर कहानी,
तेरे भरोसे बाबा मेरी जिंदगानी,
तुम पर ही निर्भर बाबा,
तुम पर ही निर्भर बाबा जीवन ये सारा है ,
ओ सांवरे हमको तेरा सहारा है ॥
पिता की तरह तुमने सिख सिखाई,
माँ की तरह तुमने ममता लुटाई,
मेरी गलतियों को बाबा,
मेरी गलतियों को बाबा सदा ही बिसारा है,
ओ सांवरे हमको तेरा सहारा है ॥
जीवन को जबसे तुमने छुआ है,
हर एक लम्हा तब से सुनहरा हुआ है,
एक एक पल को तुमने,
हर एक पल को तुमने प्यार से सवारा है,
ओ सांवरे हमको तेरा सहारा है ॥
रजनी को आप जैसा साथी ना मिलेगा,
बनकर जो साया हरपल साथ जो चलेगा,
सोनू कहे कोई बाबा,
सोनू कहे कोई बाबा तुमसा ना प्यारा है,
ओ सांवरे हमको तेरा सहारा है ॥
ओ सांवरे हमको तेरा सहारा है,
तेरी रहमतो से चलता,
तेरी रहमतो से चलता मेरा गुजारा है,
ओ सांवरे हमको तेरा सहारा है ॥
चैत्र मास की अमावस्या को भूतड़ी अमावस्या भी कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि यह दिन नकारात्मक ऊर्जा, आत्माओं और मृत पूर्वजों से जुड़ा हुआ है।
मत्स्य जयंती भगवान विष्णु के पहले अवतार, “मत्स्यावतार” अर्थात् मछली अवतार की विशेष पूजा के रूप में मनाई जाती है।
29 मार्च 2025 का दिन खगोलीय दृष्टि से बेहद खास और दुर्लभ रहने वाला है। लगभग 100 वर्षों बाद ऐसा संयोग बन रहा है, जब सूर्यग्रहण और शनि गोचर एक ही दिन हो रहे हैं।
29 मार्च के दिन साल का पहला सूर्यग्रहण लगने जा रहा है। इस दिन शनि देव भी मीन राशि में गोचर करेंगे। यह एक दुर्लभ महासंयोग है जो राशियों के जीवन में बड़ा बदलाव ला सकता है।