पत राखो गौरी के लाल,
हम तेरी शरण आये ॥
प्रथमे तुम्हे मनाए,
हे संग्राम विजेता,
पूजा करें तुम्हारी,
है देवन के देवा,
शीश झुकाऊं तुम्हे मनाऊ,
मैं तिलक लगाऊ भाल,
हम तेरी शरण आये,
पत राखों गौरी के लाल,
हम तेरी शरण आये ॥
शंकर पिता तुम्हारे,
शिव शंकर कैलाशी,
रिद्धि सिद्धि के स्वामी,
लंबोदर अविनाशी,
मंगल करदो कंठ में भरदो,
मेरे सुंदर सुर और ताल,
हम तेरी शरण आये,
पत राखों गौरी के लाल,
हम तेरी शरण आये ॥
संकट हर लो मेरे,
ए दुख हरने वाले,
झोली भर दो सबकी,
झोली भरने वाले,
जोश तुम्हारे आया द्वारे,
ले कर फूलो के हार,
हम तेरी शरण आये,
पत राखों गौरी के लाल,
हम तेरी शरण आये ॥
पत राखो गौरी के लाल,
हम तेरी शरण आये ॥
हिंदू पंचांग के अनुसार, आज 25 जून को आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के साथ बुधवार का दिन है। इसके साथ ही आज अश्विनी नक्षत्र के साथ अतिगण्ड योग का निर्माण हो रहा है। चंद्रमा की बात करें मेष राशि में विराजमान रहेंगे। साथ ही, आज योगिनी एकादशी का व्रत रखा जाएगा।
हिंदू पंचांग के अनुसार, आज 26 जून को आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि के साथ गुरुवार का दिन है। इसके साथ ही आज भरणी नक्षत्र के साथ सुकर्मा और धृति योग का निर्माण हो रहा है। चंद्रमा की बात करें वृषभ राशि में विराजमान रहेंगे।
आज 1 जुलाई 2025 को आषाढ़ माह का 21वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष तिथि षष्ठी है। आज मंगलवार का दिन है। सूर्य मिथुन में रहेंगे। चंद्र देव सिंह राशि से कन्या राशि में करेंगे।
आज 2 जुलाई 2025 को आषाढ़ माह का 22वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष तिथि सप्तमी है। आज बुधवार का दिन है। सूर्य देव मिथुन राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा कन्या राशि में रहेंगे।