प्रभु हम पे कृपा करना, प्रभु हम पे दया करना (Prabhu Humpe Daya Karna)

प्रभु हम पे कृपा करना,

प्रभु हम पे दया करना ।

बैकुंठ तो यही है,

हृदय में रहा करना ॥


गूंजेगे राग बन कर,

वीणा की तार बनके,

प्रगटोगे नाथ मेरे,

ह्रदय में प्यार बनके ।

हर रागिनी की धुन पर,

स्वर बन कर उठा करना,

बैकुंठ तो यही है,

हृदय में रहा करना ॥


प्रभु हम पे कृपा करना,

प्रभु हम पे दया करना ।

प्रभु हम पे कृपा करना,

प्रभु हम पे दया करना ।

बैकुंठ तो यही है,

हृदय में रहा करना ॥


नाचेंगे मोर बनकर,

हे श्याम तेरे द्वारे,

घनश्याम छाए रहना,

बनकर के मेघ कारे ।

बनकर के मेघ कारे ।

अमृत की धार बनकर,

प्यासों पे दया करना,

बैकुंठ तो यही है,

हृदय में रहा करना ॥


प्रभु हम पे कृपा करना,

प्रभु हम पे दया करना ।

प्रभु हम पे कृपा करना,

प्रभु हम पे दया करना ।

बैकुंठ तो यही है,

हृदय में रहा करना ॥


तेरे वियोग में हम,

दिन रात हैं उदासी,

अपनी शरण में लेलो,

हे नाथ ब्रज के वासी ।

हे नाथ ब्रज के वासी ।

तुम सो हम शब्द बन कर,

प्राणों में रमा करना,

बैकुंठ तो यही है,

हृदय में रहा करना ॥


प्रभु हम पे कृपा करना,

प्रभु हम पे दया करना ।

प्रभु हम पे कृपा करना,

प्रभु हम पे दया करना ।

बैकुंठ तो यही है,

हृदय में रहा करना ॥

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हे महाबली हनुमान, प्रभु तेरी महिमा निराली है (Hey Mahabali Hanuman Prabhu Teri Mahima Nirali Hai)

हे महाबली हनुमान,
प्रभु तेरी महिमा निराली है,

शनि प्रदोष व्रत उपाय

सनातन धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। यह व्रत भगवान शिव और शनिदेव के आराधना के लिए समर्पित होता है। शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को आने वाले इस व्रत में शिवलिंग की पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है।

मेरा भोला बड़ा मतवाला (Mera Bhola Bada Matwala)

मेरा भोला बड़ा मतवाला,
सोहे गले बीच सर्पों की माला ॥

नमामी राधे नमामी कृष्णम(Namami Radhe Namami Krishnam)

हे भक्तवृंदों के प्राण प्यारे,
नमामी राधे नमामी कृष्णम,

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