प्रभु मेरे मन को बना दे शिवाला,
तेरे नाम की मैं जपूं रोज माला ।
अब तो मनोकामना है यह मेरी,
जिधर देखूं आए नजर डमरू वाला ॥
॥ प्रभु मेरे मन को बना दे शिवाला...॥
कहीं और क्यूँ ढूँढने तुझ को जाऊं,
प्रभु मन के भीतर ही मैं तुझ को पाऊं ।
यह मन का शिवाला हो सब से निराला,
जिधर देखूं आए नजर डमरू वाला ॥
॥ प्रभु मेरे मन को बना दे शिवाला...॥
भक्ति पे है अपनी विशवास मुझ को,
बनाएगा चरणों का तू दास मुझ को ।
मैं तुझ से जुदा अब नहीं रहने वाला,
जिधर देखूं आए नजर डमरू वाला ॥
॥ प्रभु मेरे मन को बना दे शिवाला...॥
तू दर्पण सा उजला मेरे मन को करदे,
तू अपना उजाला मेरे मन में भरदे ।
हैं चारो दिशाओं में तेरा उजाला,
जिधर देखूं आए नजर डमरू वाला ॥
प्रभु मेरे मन को बना दे शिवाला,
तेरे नाम की मैं जपूं रोज माला ।
अब तो मनोकामना है यह मेरी,
जिधर देखूं आए नजर डमरू वाला ॥
नवरात्रि में देवी की साधना और अध्यात्म का अद्भुत संगम होता है। इन दिनों में मां दुर्गा की पूजा करने से सभी प्रकार के दुख एवं परेशानियों से छुटकारा मिलता है।
आज 01 अप्रैल 2025 चैत्र माह का सोलहवां दिन है और आज इस पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष तिथि चतुर्थी है। वहीं आज मंगलवार का दिन है। इस तिथि पर विष्कम्भ योग और प्रीति योग है।
आज 02 अप्रैल 2025 चैत्र माह का सत्रहवां दिन है और आज इस पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष तिथि पञ्चमी है। वहीं आज बुधवार का दिन है। इस तिथि पर आयुष्मान् योग है।
आज 03 अप्रैल 2025 चैत्र माह का अठारहवां दिन है और आज इस पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष तिथि षष्ठी है। वहीं आज गुरूवार का दिन है।