राधे राधे कहिए लगदे नहीं रुपये(Radhe Radhe Kahiye Lagde Nahi Rupaiye )

राधे राधे कहिए

लगदे नहीं रुपये

राधे राधे कहिए

लगदे नहीं रुपये ।


रब ने सानू अंखिया दीतियाँ

अंखिया दीतियाँ अंखिया दीतियाँ


दर्शन पांदे रहिए

दर्शन पांदे रहिए

लगदे नहीं रुपये


राधे राधे कहिए

लगदे नहीं रुपये


रब ने सानू हाथ वी दितते

हाथ वी दितते हाथ वी दितते

ताली बजाते रहिए

ताली बजाते रहिए

लगदे नहीं रुपये


राधे राधे कहिए

लगदे नहीं रुपये


रब ने सानू पैर वी दितते

पैर वी दितते पैर वी दितते

नाच दे टपदे रहिए

नाच दे टपदे रहिए

लगदे नहीं रुपये


राधे राधे कहिए

लगदे नहीं रुपये

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भजमन राम चरण सुखदाई (Bhajman Ram Charan Sukhdayi)

भजमन राम चरण सुखदाई,
भजमन राम चरण सुखदाई ॥

जो शिव भोले की, भक्ति में रम जाएगा (Jo Shiv Bhole Ki Bhakti Mein Ram Jayega)

जो शिव भोले की,
भक्ति में रम जाएगा,

क्यों मनाई जाती है गीता जयंती?

सनातन धर्म में एकादशी व्रत को अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। मार्गशीर्ष माह में मोक्षदा एकादशी मनाई जाती है। इसी दिन गीता जयंती का पर्व भी मनाया जाता है।

मैं दो-दो माँ का बेटा हूँ (Main Do-Do Maa Ka Beta Hun)

मैं दो-दो माँ का बेटा हूँ,
दोनों मैया बड़ी प्यारी है ।

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